श्रीलंका के पूर्व महान स्पिनर और वर्तमान समय में इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की फ्रेंचाइजी सनराइजर्स हैदराबाद के कोच मुथैया मुरलीधरन (Muttiah Muralitharan) ने 2001 में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेली गई टेस्ट सीरीज को याद करते हुए ब्रायन लारा (Brian Lara) की जमकर तारीफ की है। 2001 में लारा और मुरलीधरन श्रीलंका में हुई टेस्ट सीरीज में आमने-सामने थे।
टर्न लेती हुई पिचों पर लारा ने अपने स्किल को दिखाया था और मुरलीधरन के खिलाफ जबरदस्त बल्लेबाजी की थी। बीते बुधवार को एक ट्रेनिंग सेशन के दौरान मुरलीधरन ने उस मैच को याद करते हुए बताया कि लारा ने उनके सभी प्लान पर पानी फेर दिया था। मुरली ने कहा,
आपने मेरे खिलाफ जिस तरह के शॉट खेले थे उन्हें याद कर मैं आज भी चौक जाता हूं। मैंने ऑन साइड का एरिया खुला छोड़ कर गेंद को आपसे दूर निकाला था। आपने इसके बाद इंतजार करते हुए ऑन ड्राइव लगाए थे।
लारा के दोहरे शतक को याद करके मुरली ने कही ये बात
सीरीज के तीसरे टेस्ट में मुरलीधरन का प्रदर्शन शानदार रहा था। कोलंबो में खेले गए मैच में वेस्टइंडीज के बल्लेबाज ताश के पत्तों की तरह बिखर गए थे, लेकिन लारा ने 221 रनों की अद्भुत पारी खेली थी। उस मैच को याद करते हुए मुरली ने कहा,
मर्वन अटापट्टू ने मुझसे फील्ड खोलने के लिए कहा था। हम आपको उस तरह आउट करना चाहते थे जिस शॉट को खेलने में आप सहज महसूस नहीं करते थे। हमें लगा था कि गेंद काफी टर्न हो रही है और इस कारण ऑन ड्राइव खेलना बेहद कठिन होगा।
श्रीलंका ने यह टेस्ट मैच 10 विकेट से जीता था और तीन मैचों की सीरीज में वेस्टइंडीज को क्लीन स्वीप किया था। मुरली ने सबसे अधिक विकेट लिए थे। हालांकि, इसके बावजूद लारा ने जिस तरह की बल्लेबाजी की थी उसे आज भी याद किया जाता है। लारा ने सीरीज में तीन शतकों और एक अर्धशतक की बदौलत 688 रन बनाए थे। यह आज भी तीन मैचों की सीरीज में किसी बल्लेबाज द्वारा बनाए गए दूसरे सर्वाधिक रन हैं।