भारतीय टीम (India Cricket team) के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) ने कहा कि यह देखकर अच्छा लगा कि विराट कोहली (Virat Kohli) ने स्पिनर्स के खिलाफ अपने पैरों का उपयोग किया। मगर उन्हें आजादी के साथ स्वीप शॉट ज्यादा खेलने चाहिए ताकि विरोधी के लिए मुश्किलें खड़ी कर सके।
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और कोलकाता नाइटराइडर्स के बीच बुधवार को मुकाबले से पहले ईएसपीएनक्रिकइंफो के टी20 टाइम आउट में बात करते हुए शास्त्री ने कहा, 'सबसे अच्छी बात मुझे जो लगी, वो थी विराट की फ्लुएंसी। वो स्पिनर्स के खिलाफ अपने पैरों का उपयोग करने के लिए तैयार था। अब उसे स्वीप शॉट लाने की जरूरत है। यह बहुत जरूरी शॉट है। वो इसे ज्यादा नहीं खेलता है, लेकिन उसे खुलकर खेलने की जरूरत है।'
शास्त्री ने आगे कहा, 'मैच के बीच मिलने वाले चार दिनों में कोहली को थ्रो डाउन विशेषज्ञ रघु और तेज गेंदबाजों से दूर होना पड़ेगा। पिछले दो ढाई साल में उसने इनका बहुत सामना किया है। अब स्पिनर लाओ और स्वीप शॉट खेलते रहो। क्योंकि अगर उसने पैरों का उपयोग करना शुरू किया और स्वीप शॉट खेलना शुरू किया तो कोई भी स्पिनर दो या तीन बार सोचेगा कि क्या गेंद डालना है।'
रवि शास्त्री ने विराट कोहली के साथ भारतीय टीम के हेड कोच के रूप में चार-साढ़े चार साल बिताए। उन्होंने बताया कि कोहली नेट्स पर स्वीप शॉट खेलता था, लेकिन अंतरराष्ट्रीय मैचों में इसका उपयोग नहीं करता था क्योंकि आईपीएल की तुलना में वहां स्पिनर्स की संख्या बहुत कम है।
शास्त्री ने कहा, 'विराट ट्रेनिंग में स्वीप शॉट खेलता था। मगर आईपीएल जैसे टूर्नामेंट के लिए वो इसकी तैयारी अच्छे से करता था क्योंकि उसे शॉट खेलना होगा। ऐसा नहीं कि आप नेट्स पर अभ्यास कर रहे हैं, लेकिन ऑस्ट्रेलिया या इंग्लैंड में मैच के दौरान खेलने का मौका नहीं मिल रहा। तो इसमें कोई बात नहीं। नाथन लियोन के खिलाफ उसे ज्यादा स्पिन का सामना नहीं करना पड़ा और अधिकांश तेज गेंदबाजों के खिलाफ खेला।'
उन्होंने आगे कहा, 'मगर यहां उसे काफी स्पिन का सामना करना पड़ेगा। हम जल्द ही मई महीने में पहुंचेंगे, जहां खूब गर्मी पड़ेगी, पिच सूखी होगी। स्वीप तब महत्वपूर्ण शॉट होगा। कम से कम एक बार स्वीप शॉट खेलो। यह ऐसा शॉट है कि अगर बल्लेबाज खेलता है तो स्पिनर को नहीं पता कि कहां गेंद डालना है। क्योंकि इसकी रेंज स्क्वायर लेग से शॉर्ट फाइन लेग के बीच की होती है।'