सुनील नरेन (Sunil Narine) ने सोमवार को कोलकाता नाइटराइडर्स (Kolkata Knight Riders) के लिए अपना 150वां मुकाबला खेला। राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals) के खिलाफ इस मुकाबले में नरेन ने गेंदबाजी करते हुए दो विकेट लिए, लेकिन बल्ले से कोई योगदान नहीं दे सके। वो बिना खाता खोले रनआउट होकर डगआउट लौटे।
बहरहाल, आईपीएल में केकेआर फ्रेंचाइजी के साथ नरेन की यात्रा काफी लंबी रही, लगभग 10 साल। इस दौरान उन्होंने कई ऊंचाइयां छुई तो कुछ बुरा समय भी देखा। दो बार उनके संदिग्ज गेंदबाजी एक्शन की रिपोर्ट की गई। 2020 में किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ आखिरी बार उनके गेंदबाजी एक्शन की रिपोर्ट की गई थी।
केकेआर डॉट इन को दिए इंटरव्यू में नरेन ने स्वीकार किया कि वो उनके करियर का मुश्किल दौर था और चुनौती थी कि प्रासंगिक बने रहे। नरेन ने कहा, 'हां, जो हुआ वो कुछ साल पहले था। मेरे ख्याल से आप कभी इतने सहज नहीं होते। आपको लगातार अभ्यास करना होता है। अगर आप अभ्यास नहीं करते हैं, तो यह कहना आसान है कि मैं ठीक हूं और अपने जूते बैग में रखकर क्रिकेट देखना शुरू करूं। यह पूरा मुझ पर था कि लगातार ट्रेनिंग और अपने खेल पर काम करूं ताकि खेल से प्रासंगिक रहूं और वापस वहीं पहुंचने की कोशिश कर रहा था, जहां से मेरी शुरूआत हुई थी।'
33 साल के नरेन ने निरंतरता के लिए नेट्स पर जमकर अभ्यास किया। उन्होंने केकेआर मीडिया से कहा, 'मेरे ख्याल से पिछले दो-तीन सालों में मैंने अपनी जिंदगी में सबसे ज्यादा अभ्यास किया है। तो जितना ज्यादा आप अभ्यास करते हो, उतना निरंतर आप खेल से जुड़े रहते हो, लेकिन कभी यह फॉर्म पर भी निर्भर करता है। मैं अपने बारे में अच्छा महसूस कर रहा था तो इससे मदद मिली और स्थिति के आधार पर अगर हमारी टीम रन खर्च कर रही है तो मेरी कोशिश चीजों को सख्त रखने की होती है। अगर हम अच्छा करते हैं तो मेरी कोशिश विकेट लेने की होती है। मैं स्थिति के मुताबिक गेंदबाजी करता हूं। मैं मैच से पहले ज्यादा योजना नहीं बनाता।'
इंग्लैंड के पूर्व फर्स्ट क्लास क्रिकेटर कार्ल क्रो ने नरेन के गेंदबाजी एक्शन को सही करने में बड़ी भूमिका निभाई है। 2014 में जब पहली बार नरेन के गेंदबाजी एक्शन की रिपोर्ट हुई तो क्रो उनके साथी बने। छह साल बाद जब दोबारा नरेन के गेंदबाजी एक्शन की रिपोर्ट हुई तो कैरेबियाई गेंदबाज ने एक बार फिर क्रो का सहारा लिया। उनके एक्शन में कुछ बदलाव आए और उन्होंने गेंद को छुपाना भी शुरू कर दिया।
नरेन ने कहा, 'गेंद को छुपाने का आइडिया मेरा ही था, लेकिन मैंने कार्ल क्रो के साथ करीब से काम किया और जब पहली बार उन्होंने इसे देखा तो कहा कि यह ऐसी चीज है जिस पर पहुंचने की हम कोशिश करेंगे। इससे मुझे थोड़ा ज्यादा फायदा मिला क्योंकि बल्लेबाज गेंद को छोड़ते समय ही देख सकता है। उन्होंने इसे जल्दी शुरू करने की कोशिश की, लेकिन यह सब समय के साथ ही हुआ।'