Punjab Kings vs Chennai Super Kings, 53rd Match Report: आईपीएल 2024 (IPL 2024) में आज दिन का पहला मुकाबला पंजाब किंग्स और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच धर्मशाला के मैदान पर खेला गया। चेन्नई ने पहले बल्लेबाजी करते हुए रविन्द्र जडेजा की 43 रनों की बेहतरीन पारी के चलते पंजाब के सामने 168 रनों का लक्ष्य रखा जिसे जवाब में मेजबान टीम 139/9 का स्कोर बना पाई । रविन्द्र जडेजा ने गेंदबाजी में भी शानदार प्रदर्शन किया और 3 अहम विकेट झटके। चेन्नई के खिलाफ लगातार 5 जीत हासिल करने के बाद पंजाब को हार मिली और टीम जीत का छक्का लगाने से चूक गई।
पहले बल्लेबाजी करने के लिए कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ और अजिंक्य रहाणे मैदान पर उतरे। रहाणे का खराब फॉर्म जारी रहा और वह 9 रन बनाकर अर्शदीप सिंह का शिकार बने। दूसरे विकेट के लिए ऋतुराज का साथ डेरिल मिचेल ने दिया और दोनों ने मिलकर 57 रन जोड़े। गायकवाड़ 32 और शिवम दुबे को पहली गेंद पर आउट कर राहुल चाहर ने लगातार दो झटके चेन्नई को दिए। इसके बाद टीम लड़खड़ा गई और पारी के मध्य में डेरिल मिचेल 30 रन और मोईन अली 17 रन बनाकर पवेलियन लौटे। रविन्द्र जडेजा ने 43 रनों की जूझारू पारी खेली और अपनी टीम का स्कोर 150 के पार पहुँचाया।
मिचेल सैंटनर ने भी 11 रनों का योगदान दिया तो शार्दुल ठाकुर भी 17 रनों की छोटी पारी खेलकर आउट हुए लेकिन 19वें ओवर में बल्लेबाजी करने आये एमएस धोनी आज कुछ कमाल नहीं दिखा सके। एमएस धोनी को पहली गेंद पर हर्षल पटेल ने क्लीन बोल्ड कर दिया। यह पहला मौका रहा जब किसी गेंदबाज ने एमएस धोनी को आउट किया है। पंजाब के लिए राहुल चाहर और हर्षल पटेल ने 3-3 विकेट लिए, तो अर्शदीप सिंह को 2 और सैम करन को 1 सफलता मिली।
चेन्नई द्वारा दिए गए 168 रनों के लक्ष्य के जवाब में पंजाब की खराब शुरुआत रही। जॉनी बेयरस्टो और राइली रूसो 9 रनों के टीम स्कोर पर पवेलियन लौट गए। तुषार देशपांडे ने दोनों बल्लेबाजों को बोल्ड किया। इसके बाद प्रभसिमरन सिंह और शशांक सिंह के बीच 53 रनों की अहम साझेदारी हुई। शशांक सिंह 27 रनों पर आउट हुए तो प्रभसिमरन सिंह 30 रनों की पारी खेली। पंजाब टीम का मध्यक्रम ताश के पत्तों की तरह बिखर गया। कप्तान सैम करन 7, जितेश शर्मा शून्य, आशुतोष शर्मा 3 रन बनाकर जल्दी पवेलियन लौट गए। अंतिम ओवरों में पुछल्ले बल्लेबाजों ने छोटी-छोटी पारियां खेली। चेन्नई के लिए रविन्द्र जडेजा ने सबसे ज्यादा 3 विकेट लिए तो सिमरजीत सिंह और तुषार देशपांडे ने 2-2 सफलताएँ प्राप्त की।