1 जून से इंग्लैंड और आयरलैंड (ENG vs IRE) के बीच लॉर्ड्स के मैदान पर एक टेस्ट मैच शुरू हुआ था, जो 3 जून को खत्म हो गया। इस मैच में इंग्लैंड की टीम ने आयरलैंड को 10 विकेट से हरा दिया, लेकिन आयरलैंड की टीम ने दूसरी पारी में अपने बल्लेबाजी का दम दिखाया और पारी से मिलने वाली हार से बच गए।
इंग्लैंड की टीम ने आयरलैंड को टेस्ट मैच के पहले दो दिन में ही बैकफुट पर ढ़केल दिया था। मेहमान टीम मेज़बानों की बेज़बॉल क्रिकेट को हैंडल नहीं कर पा रहे थे, लेकिन दूसरी पारी में आयरलैंड के बल्लेबाजों ने अपनी टीम के लिए एक सम्मानजनक स्कोर बनाया और पारी से मिलने वाली हार से टीम को बचा लिया।
आयरलैंड के बल्लेबाजों ने किया बढ़िया प्रदर्शन
आयरलैंड की ओर से दूसरी पारी में एंडी मैकब्राइन ने 115 गेंदों में नाबाद 86 और मार्क एडर ने सिर्फ 76 गेंदों में 88 रनों की पारी खेली। इन दोनों के बीच सातवें विकेट के लिए 163 रनों की साझेदारी हुई, जो आयरलैंड के टेस्ट इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी साझेदारी है। इसी साझेदारी के बदौलत आयरलैंड ने दूसरी पारी में 9 विकेट के नुकसान पर 362 रन बनाए।
हालांकि, आयरलैंड अपनी पहली पारी में सिर्फ 172 रनों पर ऑलआउट हो गई थी और फिर इंग्लैंड ने काफी तेज गति से सिर्फ 4 विकेट के नुकसान पर 524 रन बनाकर अपनी पारी घोषित की। इस तरह से इंग्लैंड को दूसरी पारी में जीत के लिए सिर्फ 11 रनों की जरूरत थी, और उन्होंने मात्र 4 गेंदों में 10 विकेट से मैच जीत लिया।
इंग्लैंड के लिए यह एक बड़ी जीत जरूर है, लेकिन एक वक्त वह एक पारी से जीतने वाले थे, जो आयरलैंड के बल्लेबाजों ने होने नहीं दिया। टेस्ट फॉर्मेट में आयरलैंड एक नई टीम है। ऐसे में क्रिकेट का घर माने जाने वाले मैदान लॉर्ड्स में मेज़बान इंग्लैंड टीम के सामने ऐसा बल्लेबाजी प्रदर्शन करना भी शायद आयरलैंड के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी।