हाल ही में खत्म हुई बांग्लादेश और भारत (BAN v IND) के बीच टेस्ट सीरीज में टीम इंडिया (Team India) के स्पिनर कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) को 1.5 साल से ज्यादा समय के बाद मौका मिला। उन्होंने इस मौके को बेकार नहीं जाने दिया और पहले टेस्ट मैच में 8 विकेट झटके और प्लेयर ऑफ़ द मैच का अवार्ड अपने नाम किया। लेकिन भारतीय फैन्स और पूर्व क्रिकेटरों को झटका तब लगा जब कुलदीप यादव को दूसरे टेस्ट मैच बाहर बैठा दिया गया था। कुलदीप यादव के स्थान पर 12 साल बाद वापसी कर रहे तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट को मौका मिला। हालांकि भारतीय टीम ने यह मुकाबला भी जीत लिया, लेकिन कुलदीप को ड्रॉप करने का बड़ा सवाल अभी भी सभी के जहन में रह गया है।
कुलदीप यादव के ड्रॉप होने और उनकी परिपक्वता को लेकर उनके बचपन के कोच कपिल पांडे ने भावुक होते हुए बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इस सन्दर्भ में कहा कि :-
समय के साथ कुलदीप काफी धैर्यवान हो गए हैं। शुरू-शुरू में मुझे इस बच्चे की बहुत चिंता होती थी जब उसे इसके लायक मौके नहीं मिलते थे। उनके पास दो ODI हैट्रिक हैं, भारत A के लिए एक हैट्रिक और U19 विश्व कप में एक और हैट्रिक है। पहले टेस्ट में मैन ऑफ द मैच होने के बावजूद, जब उन्हें दूसरे टेस्ट में ड्रॉप किया गया, तो मुझे नहीं पता था कि उन्हें कैसे दिलासा दूं क्योंकि मैं खुद भी रो रहा था। लेकिन जिस तरह से उन्होंने मुझे धैर्य रखने और विश्वास बनाए रखने के लिए कहा कि चीजें आखिरकार काम करेंगी, यह दर्शाता है कि वह कितने परिपक्व हो गए हैं।
स्पोर्ट्सकीड़ा से बातचीत में कुलदीप के कोच ने आगे बताया कि :-
कुलदीप समझ गया है कि उसे केवल प्रक्रिया पर ध्यान देने की जरूरत है और किसी ऐसी चीज के बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं है जो उसके नियंत्रण में नहीं है। मुझे यकीन है कि वह अच्छा प्रदर्शन करेगा और उसने जो धैर्य बनाये रखा है, वह उसे मजबूत वापसी करने में मदद करेगा।