टीम इंडिया के क्रिकेटर कुलदीप यादव के साथ इस समय कुछ भी अच्छा नहीं हो रहा है। चाइनामैन ने शनिवार को कोविड-19 वैक्सीन का पहला डोज लगवाया और मुसीबतों में फंस गए। कानपुर जिला प्रशासन ने शुरुआती कार्रवाई की मांग की है। जानकारी मिली है कि कुलदीप यादव ने अस्पताल में टीका लगवाने का समय मांगा था, जबकि उन्होंने वैक्सीन का पहला डोज गेस्ट हाउस में लिया।
भारतीय रिस्ट स्पिनर यादव ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट करते हुए सभी से वैक्सीन लगवाने की गुजारिश की। भारत इस समय कोरोना वायरस की दूसरी लहर से जूझ रहा है और देश में मृत्कों की संख्या भी काफी बढ़ी है। कुलदीप यादव ने हिंदी में ट्वीट किया, 'जब भी मौका मिले तुरंत टीका लगवाएं। सुरक्षित रहें क्योंकि कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में एकजुट होने की आवश्यकता है।'
एक रिपोर्ट के मुताबिक, कुलदीप यादव ने गोविंदनगर में जोगेश्वर अस्पताल के बजाय कानपुर नगर निगम गेस्ट हाउस में वैक्सीन का पहला डोज लिया। कुलदीप यादव के साथ मामला यह है कि उन्होंने कानपुर प्रशासन को जानकारी सही ढंग से नहीं दी कि उनको वैक्सीन अस्पताल में नहीं लगी है, जो कि तय था कि लगना है। उनकी गेस्ट हाउस की फोटो ने तहलका मचा दिया है।
बहरहाल, कुलदीप यादव की यह फोटो बहुत तेजी से वायरल हुई थी। तब से अधिकारी हैरान रह गए कि क्या करना है और इस पर क्या रिएक्ट करें। इस मामले में कानपुर के जिलाधिकारी आलोक तिवारी ने एडीएम अतुल कुमार से बात की है और जल्द ही मामले की जांच होने वाली है।
बुरे दौर से गुजर रहे हैं कुलदीप
टीम इंडिया के स्पिनर कुलदीप यादव का समय फिलहाल बिलकुल भी अच्छा नहीं चल रहा है। कुलदीप यादव पिछले कई सालों से फॉर्म की तलाश में जुटे हुए हैं। उन्हें इंग्लैंड दौरे के लिए भारतीय टीम में नहीं चुना गया।
टीम इंडिया को जुलाई में श्रीलंका दौरे पर जाना है, लेकिन इसमें भी कुलदीप यादव की जगह पक्की नहीं मानी जा रही है। 26 साल के चाइनामैन को आईपीएल 2021 में कोलकाता नाइटराइडर्स ने एक भी मैच में मौका नहीं दिया।
पिछले दो साल से राष्ट्रीय और आईपीएल में लचर प्रदर्शन के कारण यादव अब बिलकुल नई शुरूआत करने पर ध्यान दे रहे हैं और अपने मौकों का इंतजार कर रहे हैं। हाल ही में यादव ने बताया था कि विकेट के पीछे उन्हें एमएस धोनी के मार्गदर्शन की काफी कमी खलती है।