क्रिकेट की सबसे बड़ी लीग आईपीएल (IPL) के संस्थापक और सूत्रधार ललित मोदी (Lalit Modi) ने इस फ्रेंचाइज लीग के विकास को लेकर कहा है कि वो दिन दूर नहीं है जब आईपीएल सारे खेलों की नंबर 1 लीग बन जाएगी।
आईपीएल के शुरुआत साल 2008 में की गई थी और माना जाता है की इसके पीछे ललित मोदी का ही दिमाग था। इस टूर्नामेंट ने अपने पहले ही साल से दर्शकों के बीच धमाल मचाना शुरू कर दिया था और पहले ही सीजन से प्रॉफिट में आगया था। आईपीएल की सफलता के बाद दुनिया के विभिन्न देशों ने अपनी-अपनी क्रिकेट लीग की शुरुआत की मगर कोई भी आईपीएल की लोकप्रियता और कमाई के आस-पास नहीं आ सका।
आईपीएल को इतना बड़ा बनाने के लिए सभी का धन्यवाद - ललित मोदी
रविवार को मुंबई इंडियंस और राजस्थान रॉयल्स के बीच खेले आईपीएल के 1000 मैच के बाद क्रिकबज से बात करते हुए मोदी ने फैंस को अपनी कृतज्ञता व्यक्त की जिन्होंने इसे पूरी दुनिया में इतनी बड़ी सफलता दिलाई। मोदी ने कहा,
मैं फैंस, खिलाड़ी, स्टेकहोल्डर्स और रेगुलेटर्स, सभी को समर्थन के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। धन्यवाद आईपीएल को ये बनाने के लिए।
मोदी ने आगे बात करते हुए इस पैसे से भरी लीग के विकास की बात की और कहा कि इसने भारतीय क्रिकेट के मंजर को बदल कर रख दिया। मोदी ने कहा,
ये एक बहुत ही भावुक समय है। आईपीएल को इतनी तेजी से बढ़ता देख और मूल्य के आधार पर दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी लीग बनता देख सच में कमाल है। व्यूअरशिप के मामले में भी ये नंबर 1 है। और इन सब में सबसे खास बात ये है कि इसने देश को कई युवा खिलाड़ी दिए है। और आधारिक सरंचना जो पूरे भारत में आई यह IPL के विकास का उत्पाद है।
बता दें कि साल 2008 से 2010 तक ललित मोदी आईपीएल के कमिश्नर थे। 2010 IPL खत्म होने के बाद BCCI ने मिसकंडक्ट, अनुशासनहीनता और वित्तीय अनियमितताओं के आरोपों में उन्हें सस्पेंड कर दिया था। बाद में उनके खिलाफ कई केस दायर किए गए थे जिसके कारण उन्हें देश छोड़ के भागना पड़ा।