पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया ( PAK vs AUS) के बीच पर्थ में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच में उस्मान ख्वाजा (Usman Khawaja) ने एक ऐसी गतिविधि करने की इच्छा जाहिर की थी जिस पर ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट बोर्ड के प्रमुख निक हॉकले (Nick Hockley) ने बड़ा बयान दिया है। दरअसल, मौजूदा समय में इज़राइल और हमास के बीच युद्ध संघर्ष चल रहा है और उस्मान ख्वाजा अपने जूते पर एक मैसेज लिखकर फिलिस्तीन का समर्थन करना चाहते थे। लेकिन ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट बोर्ड ने ख्वाजा को ऐसा करने से रोक दिया था। इसके बावजूद भी ख्वाजा पीछे नहीं हटे, पाकिस्तान के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में वह अपनी बाजू में काली पट्टी पहनकर मैदान में नजर आए।
अब इसी मुद्दे पर निक हॉकले ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। हॉकले ने प्रत्येक ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी की व्यक्तिगत मान्यताओं का समर्थन व्यक्त किया है लेकिन उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया है कि आईसीसी के नियमों का भी पालन किया जाना चाहिए।
ख्वाजा ने अपने जूते में लिखा था कि आजादी मनुष्य का अधिकार है और सभी की जिंदगी बराबर है। इस पूरी घटना पर SEN से बात करते हुए हॉकले ने कहा है,
निश्चित रूप से हम अपने सभी खिलाड़ियों का समर्थन करना चाहते हैं, जो खुद को अभिव्यक्त करने के लिए दृढ़ता से सामने आते हैं लेकिन जब आप अपने देश के लिए क्रिकेट खेल रहे होते हैं। जब आप वहां अपने देश का प्रतिनिधित्व कर रहे होते हैं तो मुझे लगता है कि आईसीसी के नियमों पर समझौता नहीं किया जा सकता है। आईसीसी के दिशा निर्देश और नियम अच्छे के लिए ही लागू किए जाते हैं।
इस मामले पर हम अगले हफ़्ते बैठक करेंगे - निक हॉकले
निक हॉकले ने सुझाव दिया है कि अगर नियमों के खिलाफ भी जाना है तो इसे संतुलित तरीके से किया जाना चाहिए और उन्होंने यह भी बताया है कि पहले टेस्ट मैच के बाद मैं ख्वाजा के साथ इस पूरे मुद्दे पर चर्चा करूंगा।