भारत पर कोविड-19 की बुरी मार पड़ी है। भारत में रोजाना कोविड-19 मामलों की संख्या साढ़े तीन लाख पार मिल रही है। तीन दिनों में यह आंकड़ा बढ़कर रोजाना 4 लाख पार हो गया है। देश में कुल कोरोना मरीजों की संख्या दो करोड़ के ऊपर पहुंच गई है। पिछले तीन सप्ताह में भारत की स्थिति खराब से बदतर पर पहुंच गई है। कोविड-19 मामले बढ़ने के साथ-साथ भारत को ऑक्सीजन सिलेंडर्स, अस्पताल में बिस्तर और अन्य उपकरणों की कमी का सामना भी करना पड़ रहा है।
कई सेलिब्रिटीज और आम लोगों ने आगे बढ़कर मदद करने के लिए हाथ बढ़ाए हैं ताकि वायरस पर नियंत्रण पा सके। वहीं कई विदेशी सितारों ने भी भारत के लिए अपनी प्रार्थनाएं भेजी हैं। पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर अब उन सेलिब्रिटी की लिस्ट में जुड़ गए हैं, जिन्होंने भारत के लिए चिंता व्यक्त की और देश के लिए दुआएं भेजी हैं।
आमिर ने एक वीडियो शेयर किया और लिखा, 'मेरी दिल से दुआएं आपके साथ हैं भारत। याद रखना कि इस मुश्किल समय में हम सभी अपनी प्रार्थनाओं द्वारा आपके साथ हैं। अल्लाह हम सभी पर रहमत रखे।' आमिर ने जो वीडियो शेयर किया है, उसमें दोनों देशों के बीच भाई-चारे की बात कही गई है। इस वीडियो के जरिये मोहम्मद आमिर ने हौसला बढ़ाने की कोशिश की है।
आमिर के अलावा बाबर आजम, शोएब अख्तर और कई कई क्रिकेटरों ने अपनी दुआएं भारत के लिए भेजी हैं। पिछले साल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने वाले मोहम्मद आमिर अब सिर्फ विदेशी लीग में खेल रहे हैं।
आमिर ने संन्यास का कारण टीम प्रबंधन को ठहराया था
मोहम्मद आमिर ने पिछले साल इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लिया था। आमिर ने टीम प्रबंधन पर अपनी भड़ास निकाली थी। आमिर ने कहा था कि उनके संन्यास लेने का कारण हेड कोच मिस्बाह उल हक और गेंदबाजी कोच वकार यूनिस हैं।
आमिर ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा कि उनकी समस्या मिस्बाह-वकार को लेकर थी। तेज गेंदबाज ने कहा, 'ये लोग दूसरों के दिमाग में यह भर रहे थे कि मैं पैसों के लिए टेस्ट क्रिकेट नहीं खेल रहा और सिर्फ टी20 पर ध्यान लगा रहा हूं। उन्होंने यह धारणा बनाई कि मैंने तमाम उम्मीदों के बावजूद टीम को नीचा दिखाया।'
आमिर ने आगे कहा कि उन लोगों ने मेरी छवि खराब करने की कोशिश की। उन्होंने कहा, 'यह मेरे लिए मुश्किल फैसला था, लेकिन मुझे लगा कि समय आ गया है, जबकि चुप नहीं रहना चाहिए। मैंने लोगों को सच्चाई बताने की ठानी। मैंने अपने आप को सीमित ओवरों के लिए उपलब्ध रखा, लेकिन तब भी नजरअंदाज किया गया। मुझे बुरा लगा। अगर मेरा ध्यान सिर्फ टी20 लीग खेलने पर लगा होता तो फिर टीम में नहीं चुने जाने पर दुख नहीं होता।'