पाकिस्तान (Pakistan Cricket Team) के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज मोईन खान (Moeen Khan) ने बीसीसीआई (BCCI) की आलोचना की और कहा कि, 'भारतीय बोर्ड अपनी ताकत का गलत उपयोग करके अपनी इच्छा दूसरे बोर्ड पर थोप रहा है।'
मोईन खान का मानना है कि, 'अगर भारत एशिया कप के लिए पाकिस्तान नहीं आता तो पाकिस्तान को अपने वर्ल्ड कप के मुकाबले तटस्थ स्थान पर खेलने चाहिए। पाकिस्तान का 2023 वर्ल्ड कप में हिस्सा लेने का मामला अटका हुआ है क्योंकि स्थान के चयन को लेकर बीसीसीआई और पीसीबी के बीच विवाद चल रहा है।'
बीसीसीआई ने एशिया कप के लिए पाकिस्तान आने से इंकार कर दिया है और इसी को देखते हुए पीसीबी ने मांग की है कि वो वर्ल्ड कप के मुकाबले तटस्थ स्थान पर खेले। बीसीसीआई के एक सूत्र ने हाल ही में दावा किया था कि यूएई या कतर में एशिया कप का आयोजन हो सकता है क्योंकि इवेंट की मेजबानी कई देशों में करना दिक्कत वाली बात है।
प्रेस कांफ्रेंस में बातचीत करते हुए मोईन अली ने दो देशों के बीच बातचीत की मांग की ताकि खेल को प्रतिस्पर्धी तरीके से खेला जाए। 51 साल के मोईन खान के हवाले से क्रिकेट पाकिस्तान ने कहा, 'अगर भारत एशिया कप के लिए पाकिस्तान नहीं आए तो पाकिस्तान को वर्ल्ड कप के लिए भारत नहीं जाना चाहिए। मेरे ख्याल से पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को इसका विरोध करना चाहिए। अगर भारत एशिया कप तटस्थ स्थान पर खेलता है तो पाकिस्तान के मुकाबले भी तटस्थ स्थान पर आयोजित होने चाहिए। भारत पैसों की ताकत दिखाकर अपनी इच्छा दूसरे बोर्ड पर नहीं थोप सकता है। क्रिकेट खेला जाना चाहिए और इसके लिए भारत व पाकिस्तान बोर्ड के बीच बातचीत होनी चाहिए।'
इस बात की काफी अफवाह उड़ी कि पाकिस्तान 2023 वर्ल्ड कप के अपने मुकाबले तटस्थ स्थान पर खेलना चाहता है। चेयरमैन नजम सेठी ने आईसीसी से इसकी मांग करने की बात को सिरे से खारिज कर दिया है। याद दिला दें कि पाकिस्तान ने भारत में 2016 वर्ल्ड टी20 में हिस्सा लिया था और तब वो ग्रुप स्टेज से बाहर हो गया था।