पूर्व तेज गेंदबाज मदन लाल ने कहा कि अगर भारतीय बल्लेबाज क्रीज पर जमे रहते तो न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल ड्रॉ करा सकते थे। 1983 विश्व कप विजेता भारतीय टीम के सदस्य मदन लाल ने न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने गेंदबाजों को बहुत अच्छे से संभाला और गजब की फील्डिंग जमाई।
मदन लाल ने आज तक से बातचीत में कहा, 'न्यूजीलैंड जीत की हकदार थी और उनके कप्तान को काफी बड़ा श्रेय मिलना चाहिए। जिस तरह उन्होंने हमारे बल्लेबाज आउट किए और जिस तरह फील्डिंग सजाई, मेरा मानना है कि विलियमसन की कप्तानी टॉप क्लास रही।'
मदन लाल ने आगे कहा, 'यह हार निराशाजनक है। ऐसा नहीं कि भारतीय टीम खराब है। वो अच्छी टीम है, संतुलित है। मगर घर के बाहर हमारी सबसे बड़ी समस्या रही कि अगर आपने रन नहीं बनाए तो मैच जीतना बहुत मुश्किल हो जाता है।'
मदन लाल ने कहा, 'आज निराशा इस बात की है कि हम सभी सोच रहे थे कि मैच ड्रॉ हो सकता है। मगर किसी भारतीय बल्लेबाज ने सुधार नहीं दिखाया। अगर वो क्रीज पर एक या दो घंटे बिता लेते तो यह मुकाबला ड्रॉ हो सकता था।'
शुभमन गिल को करन होगा सुधार: मदन लाल
भारतीय टीम दूसरी पारी में केवल 170 रन पर ऑलआउट हो गई और इस तरह न्यूजीलैंड को जीत के लिए 139 रन का लक्ष्य मिला। कीवी टीम ने दो विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया।
मदन लाल ने कहा कि ओपनर शुभमन गिल को अगर इंग्लैंड में सफल होना है तो लंबे समय तक क्रीज पर रूकना होगा न कि अपने जोड़ीदार रोहित शर्मा जैसे शॉट्स लगाएं। गिल ने मैच में कुल 36 रन बनाए।
लाल ने कहा, 'शुभमन गिल प्रतिभाशाली है, लेकिन उसे और सुधार की जरूरत है। इंग्लैंड की स्थितियों में आपको लंबे समय तक क्रीज पर ठहरना होता है। अगर आप रोहित को देखोगे और शॉट खेलोगे तो रन बनाने के मौके कम पड़ जाएंगे।'