पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज राणा नावेद उल हसन (Rana Naved ul Hasan) ने भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंदर सहवाग (Virender Sehwag) को लेकर बड़ी बात कही है। राणा नावेद ने कहा है कि भारतीय बल्लेबाजों में सहवाग को आउट करना सबसे आसान होता था।
अगर हम पाकिस्तान के खिलाफ वीरेंदर सहवाग के रिकॉर्ड पर नजर डाले तो, अपने पड़ोसी मुल्क के खिलाफ सहवाग के आंकड़े काफी ताबड़तोड़ रहे हैं। उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ कुल 40 अंतरराष्ट्रीय टेस्ट और वनडे मुक़ाबले खेले है, जिसमें उन्होंने 2347 रन बनाए हैं। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में अपना सर्वाधिक स्कोर 309 भी पाकिस्तान के खिलाफ ही मुल्तान में बनाए था। टेस्ट में पाकिस्तान के सामने खेलते हुए इस पूर्व विस्फोटक भारतीय खिलाड़ी का औसत 91.14 का रहा है।
सहवाग को उकसा कर किया था आउट– राणा नावेद
राणा नावेद ने नादिर अली की पॉडकास्ट में बात करते हुए 2004/05 में भारत–पाकिस्तान के बीच हुए एक मैच का जिक्र किया, और बताया कि कैसे उन्होंने सहवाग को उकसा कर आउट कर दिया था। नावेद ने कहा,
मैं आपको एक घटना बताता हूँ। एक मैच था जहां सहवाग 85 रन पर खेल रहे थे। मैं 2004-05 सीरीज की बात कर रहा हूँ, जिसमें हम जीत रहे थे। मैं उस सीरीज में प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट था। यह सीरीज ऐसी थी कि हम 2-0 पीछे थे। यह एक पांच मैचों की सीरीज थी। सीरीज के तीसरे मैच में सहवाग बड़े प्रहार कर रहें थे। भारतीय टीम लगभग 300 रन बना चुकी थी, और सहवाग 85 के पास थे। मैंने इंजी भाई से मुझे गेंदबाजी देने को कहा। मैंने एक स्लो बाउंसर डाला और उनके पास जाकर बोला, तुम्हें खेलना नहीं आता है क्या ? अगर तुम पाकिस्तान में होते, तो मुझे नहीं लगता है कि तुम कभी अंतरराष्ट्रीय टीम में आ पाते।
नावेद ने आगे बताया कि सहवाग ने भी उन्हें पलट कर कुछ कहा, जिसके बाद उन्होंने इंजमाम से कहा कि अब ये अगली बॉल पर आउट होगा, और वे मेरी बातों का परिणाम देख कर अचंभित रह गए।
मैंने एक बैक-ऑफ-द-हैंड स्लोर बॉल डाली, और गुस्साए हुए सहवाग ने बड़ी शाॅट खेलने की कोशिश की, लेकिन वह आउट हो गए। वह विकेट इतना महत्वपूर्ण था कि हमने उस मैच को जीत लिया। ये कुछ ऐसे तरीके हैं जो एक फ़ास्ट बॉलर के होते हैं।
उन्होंने ने आखिरी में कहा कि भारतीय बल्लेबाजों में सहवाग को आउट करना सबसे आसान था, जबकि राहुल द्रविड़ का विकेट लेना सबसे मुस्किल।