पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) में अक्सर उथल-पुथल मची रहती है। खासतौर पर अध्यक्ष पद को लेकर खींचातानी होना तो आम बात है। ऐसा ही कुछ एक बार फिर हो रहा है। पिछले कुछ महीनों से पीसीबी अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी नजम सेठी (Najam Sethi) के कंधों पर थी और इस रेस में उनके पुराने प्रतिद्वंदी ज़ाका अशरफ खड़े हैं। मंगलवार को नजम सेठी ने पीसीबी अध्यक्ष पद की उम्मीदवारी से हटने का ऐलान कर दिया है।
पीसीबी को अब मिलेगा नया अध्यक्ष
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के मौजूदा अध्यक्ष नजम सेठी ने अध्यक्ष पद की उम्मीदवारी से अपना नाम वापस लेने का ऐलान करते हुए ट्वीट के जरिए कहा कि, वह पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के अध्यक्ष आसिफ अली जरदारी और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के बीच किसी विवाद का कारण नहीं बनना चाहते हैं। आपको बता दें कि नजम सेठी पीसीबी में अंतरिम अध्यक्ष थे और उनका कार्यकाल 21 जून, 2023 तक का है, ऐसे में उन्होंने एक दिन पहले ही दोबारा अध्यक्ष पद हासिल करने की दौड़ से हटने का फैसला कर लिया है। सेठी ने ट्विटर पर नाम वापस लेने की घोषणा करते हुए कहा था,
"सभी को मेरा सलाम! मैं आसिफ जरदारी और शहबाज शरीफ के बीच विवाद का कारण नहीं बनना चाहता। ऐसी अस्थिरता और अनिश्चितता पीसीबी के लिए अच्छी नहीं है। इन परिस्थितियों में मैं पीसीबी अध्यक्ष पद का उम्मीदवार नहीं हूं। सभी हितधारकों को शुभकामनाएं।"
सेठी का ट्वीट पीसीबी अध्यक्ष पद की सीट को लेकर राजनीतिक खरीद-फरोख्त का हवाला दे रहा था। शहबाज शरीफ पाकिस्तान के वर्तमान प्रधान मंत्री हैं, और पीसीबी संरक्षक भी हैं। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष और पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी, मौजूदा सरकार में एक प्रमुख गठबंधन सहयोगी हैं, और पीपीपी की ओर से पीसीबी अध्यक्ष पद के लिए ज़ाका अशरफ उम्मीदवार हैं।
पाकिस्तान क्रिकेट में परंपरागत रूप से पीसीबी अध्यक्ष पद के लिए हर तीन साल में एक चुनाव प्रकिया होती है, जिसकी डोर एक तरह से प्रधानमंत्री के हाथों में होती है। ऐसे में इस बार ज़ाका अशरफ प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के पसंदीदा उम्मीदवार लग रहे हैं। ऐसे में चुनाव प्रक्रिया आमतौर पर एक औपचारिकता होती है।