भारत और ऑस्ट्रेलिया (IND vs AUS) के बीच पिछले महीने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सीरीज का तीसरा टेस्ट मुकाबला इंदौर में खेला गया था और उस वेन्यू की पिच को आईसीसी की तरफ से ख़राब रेटिंग दी गई थी और तीन डिमेरिट अंक भी दिए गए थे। बीसीसीआई (BCCI) ने आईसीसी (ICC) के फैसले के खिलाफ की औपचारिक अपील की थी, जिसपर समीक्षा करते हुए आईसीसी ने अपने फैसले में बदलाव किया है। आईसीसी ने इंदौर की पिच को ख़राब रेटिंग से औसत से कम रेटिंग प्रदान की है।
आईसीसी के जनरल मैनेजर वसीम खान और आसीसी मेंस क्रिकेट कमिटी के मेंबर रॉजर हार्पर ने फिर से इंदौर पिच की समीक्षा की और दोनों ने अपनी राय लिखते हुए कहा है कि मैच रेफरी द्वारा पिच निगरानी प्रक्रिया के अपेंडिक्स ए के अनुसार दिशानिर्देशों का पालन किया गया। 'खराब' रेटिंग को वारंट करने के लिए पिच पर पर्याप्त अत्यधिक उछाल देखने को नहीं मिला, इसलिए इस पिच की रेटिंग में बदलाव किया गया है। पैनल ने निष्कर्ष निकाला कि पिच को 'औसत से नीचे' रेट किया जाना चाहिए, जिसका अर्थ है कि होलकर स्टेडियम की पिच को जो तीन अंक मिले थे अब उसके बजाय केवल एक डिमेरिट अंक प्राप्त होगा।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 1 मार्च से होल्कर स्टेडियम में तीसरा टेस्ट मुकाबला खेला गया था। यह मुकाबला ढाई दिन भी मुश्किल से चला था और ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 9 विकेट से हरा दिया था। मुकाबले में कुल 31 विकेट गिरे थे जिसमें से 30 विकेट दो दिन में ही गिर गए थे। इस मुकाबले में स्पिन गेंदबाजों का बोलबाला देखने को मिला था और पहले दिन से ही काफी ज्यादा टर्न भी प्राप्त हुआ था। तीसरे टेस्ट में स्पिन गेंदबाजों ने 26 विकेट चटकाए थे।
पहले दो टेस्ट मैच मिली हार के बाद ऑस्ट्रेलिया ने वापसी की और सीरीज का तीसरा मुकाबला जीत लिया। हालांकि इस सीरीज का चौथा मुकाबला ड्रॉ हुआ और टीम इंडिया ने श्रृंखला को 2-1 से अपने नाम कर लिया।