टीम इंडिया (Indian Cricket Team) के दिग्गज स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) ने क्रिकेट में नॉन स्ट्राइकर एंड (मांकड) के नियम को लेकर बड़ा बयान दिया है। अश्विन ने कहा है कि अगर इस नियम के तहत विश्व कप में विराट कोहली (Virat Kohli) और रोहित शर्मा (Rohit Sharma) जैसे बल्लेबाजों को आउट कर दिया जाता है तो, ऐसा करने वाले गेंदबाज की काफी आलोचना की जाएगी। अश्विन ने ये भी कहा कि बल्लेबाजों को इस नियम के तहत ऑउट होने से बचने के लिए गेंद फेंके जाने तक क्रिज के अंदर ही रहना चाहिए।
साल 2019 के आईपीएल सीजन में अश्विन ने जोस बटलर को इसी नियम की तहत आउट कर दिया था, जिसके बाद उनके इस तरीके पर कई सवाल उठे थे और उन्हें काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था।
ऐसा करने वाले गेंदबाज का चरित्र हनन हो जाएगा- रविचंद्रन अश्विन
यह स्थिति का एक उचित मूल्यांकन है। कल्पना कीजिए कि कोई गेंदबाज विश्व कप के सेमीफाइनल या कोई महत्वपूर्ण मैच में कोहली, रोहित, स्मिथ, रूट या किसी भी महत्वपूर्ण बल्लेबाज को नॉन-स्ट्राइकर्स की जगह से आउट कर देता है, जब वे क्वालिफिकेशन के लिए खेल रहें हो। मुझे यकीन है कि इस पर हलचल मच जाएगी और उस गेंदबाज का विशेषज्ञों द्वारा चरित्र हनन कर दिया जाएगा जो इससे सहमत नहीं होंगे, साथ में उसे फैंस के गुस्से का अलग सामना करना पड़ेगा।
टेस्ट क्रिकेट के इस नंबर वन गेंदबाज ने आगे कहा कि ऐसी घटनाओं से बचने के लिए नॉन-स्ट्राइकर पर खड़े बल्लेबाज को सतर्क रहना पड़ेगा। अश्विन ने कहा,
इसका एक ही समाधान है कि जो भी बल्लेबाज है और जो भी परिस्थिति है, बल्लेबाज को गेंदबाज के हाथ से गेंद छोड़ने तक क्रीज के अंदर ही रहें अगर वें ऐसा नहीं करते हैं और आउट हो जाते हैं तो, हमें गेंदबाज को शाबाशी देनी चाहिए और बल्लेबाज को कहना चाहिए कि तुम अगली बार सुधर सकते हो।
बता दें कि अश्विन को आगामी एशिया कप के लिए भारत की 17 सदस्यीय टीम में जगह नहीं दी गयी है।