पाकिस्तान के बल्लेबाज समी असलम ने कहा कि उन्हें घरेलू क्रिकेट से बाहर होने की चिंता था और तब उन्हें समझ आ गया था कि 'उनका समय खत्म हो गया है।' घरेलू टीम से बाहर होने के डर के कारण 25 साल के समी असलम अमेरिका में बसने चले गए। असलम ने आखिरी बार पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व अक्टूबर 2017 में किया था। वह 2019 में घरेलू क्रिकेट में सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वालों में शामिल थे।
2019 में काएद-ए-आजम ट्रॉफी में वह सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में चौथे स्थान पर थे। सदर्न पंजाब के लिए असलम ने 10 मैचों में 78.54 की औसत से 864 रन बनाए थे, जिसमें चार शतक और एक अर्धशतक शामिल था। 2020 टूर्नामेंट में बलूचिस्तान के लिए खेलते हुए बाएं हाथ के बल्लेबाज ने 3 मैचों में 23.50 की औसत और एक अर्धशतक की मदद से 141 रन बनाए थे।
पाक पेशन से बातचीत करते हुए समी असलम ने कहा, 'नहीं बिलकुल भी नहीं। मेरा उपचार के बाद और कम मौके मिलने पर समझ आ गया था कि मेरा समय पूरा हो गया है और अब मुझे अवसर नहीं मिलेंगे। मैंने अपने भविष्य के बारे में सोचा और एहसास किया कि अभी कुछ समय घरेलू क्रिकेट खेलूंगा और फिर मुझे इस बात की असली चिंता थी कि भविष्य में वो मुझे घरेलू क्रिकेट में भी नहीं चुनेंगे।'
असलम ने आगे कहा, '2020 में नेशनल टी20 कप में जब मैं बलूचिस्तान के लिए खेल रहा था तो मुझे बिना किसी कारण के दूसरे दर्जे की एकादश में भेज दिया। किसी ने मुझे नहीं बताया कि मुझे क्यों टीम से बाहर किया गया जबकि प्रमुख एकादश काफी कमजोर टीम थी।'
चयनकर्ताओं ने नहीं चुनने के बहाने ढूंढे
समी असलम ने कहा कि पांच-छह साल उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन महसूस किया कि राष्ट्रीय चयनकर्ता उन्हें नहीं चुनने के बहाने खोज रहे थे। असलम ने कहा, 'मैं घरेलू क्रिकेट में सभी प्रारूपों में 5-6 साल लगातार बेहतर प्रदर्शन करके थक गया था। इसके बावजूद मुझे चयनकर्ताओं ने नजरअंदाज किया। अगर मुझे चुना जाता तो कुछ मैच खिलाकर टीम से बाहर कर देते। मुश्किल परिस्थितियों में बेहतर प्रदर्शन करने के बावजूद मुझे टीम से बाहर किया गया।'
उन्होंने आगे कहा, 'यहां ऐसे भी खिलाड़ी हैं, जो 10 मैच में फ्लॉप रहे, लेकिन फिर भी चुने जाते हैं। मगर जब मैं कुछ मैचों में फ्लॉप हुआ तो टीम से बाहर कर दिया गया। मेरे और अन्य खिलाड़ियों के लिए अलग-अलग मापदंड तय कर रखे थे। तब मुझे लगा कि चयनकर्ता मुझे चुनना नहीं चाहते और मुझे नहीं चुनने के लिए वो बहाने ढूंढ रहे थे।'
समी असलम का मानना है कि चयनकर्ताओं ने उनका करियर बर्बाद किया है। उन्होंने कहा, '2017 पाकिस्तान वनडे कप में मैंने एक मैच में 169 रन बनाए और फाइनल में 109 रन बनाए। इसके बावजूद मुझे पाकिस्तान की वनडे टीम में नहीं चुना गया। 2019/20 में काएद-ए-आजम ट्रॉफी में मैंने 10 मैचों में 78.54 की प्रभावी औसत से 864 रन बनाए। चयनकर्ताओं ने इंग्लैंड दौरे के लिए बड़ा स्क्वाड चुना, लेकिन मुझे नजरअंदाज किया गया। तब मुझे एहसास हुआ कि मुझे कुछ करना पड़ेगा क्योंकि ये लोग मेरा करियर बर्बाद करने में जुटे हैं।'
समी असलम के मुताबिक, '2020 में न्यूजीलैंड दौरे के लिए मैंने टीम की घोषणा का इंतजार किया। फिर मुझे नजरअंदाज किया गया। कुछ ऐसे खिलाड़ियों का चयन हुआ, जिनके पास घरेलू क्रिकेट का काफी कम अनुभव है और उनका एक या दो पारियां छोड़कर अच्छा प्रदर्शन नहीं रहा।'