संजय मांजरेकर (Sanjay Manjrekar) का मानना है कि भारतीय टीम (India Cricket team) ने पार्ल में दक्षिण अफ्रीका (South Africa Cricket team) के खिलाफ पहले वनडे में दमदार मिडिल ऑर्डर का चयन नहीं किया। उन्होंने कहा कि मेहमान टीम बल्लेबाजी में थोड़ा छोटी नजर आई और उन्हें अपनी टीम की ताकत बढ़ाने के लिए सूर्यकुमार यादव (SuryaKumar Yadav) जैसे बल्लेबाज की जरूरत है।
भारतीय टीम के खिलाफ बोलैंड पार्क की धीमी और सूखी पिच पर दक्षिण अफ्रीका ने 296 रन बनाए। कई विशेषज्ञों ने कहा कि भारतीय टीम ने कम से कम 40 रन ज्यादा खर्च किए।
जवाब में भारतीय टीम अच्छी स्थिति में नजर आ रही थी। उसने 28 ओवर में दो विकेट पर 152 रन बना लिए थे। मगर विराट कोहली के आउट होने के बाद भारतीय टीम का मिडिल ऑर्डर लड़खड़ा गया और उसका स्कोर 214/8 हो गया। भारतीय टीम पहला वनडे 31 रन से हारी।
मैच के बाद ईएसपीएनक्रिकइंफो से बातचीत में मांजरेकर ने कहा, 'मैं इस बात पर बरकरार हूं कि टीम इंडिया का मिडिल ऑर्डर बल्लेबाजी में थोड़ा छोटा नजर आ रहा है। आपके पास पांचवें और छठे नंबर पर ऋषभ पंत और वेंकटेश अय्यर हैं, जिनकी भूमिका पूरी तरह पता नहीं है। आप जानते हैं कि सूखी और धीमी होती पिच पर छठें नंबर पर नया बल्लेबाज आएगा। भारतीय टीम के मिडिल ऑर्डर में खौफ पैदा करने वाली चीज नहीं दिखी। मुझे लगता है कि भारत को सूर्यकुमार यादव जैसे बल्लेबाज के लिए जगह बनाना चाहिए। मेरा मानना है कि हल्के-फुल्के बदलाव से सुनिश्चित होगा कि मिडिल ऑर्डर मजबूत हुआ है।'
सूर्यकुमार यादव ने मिडिल ऑर्डर के लिए खुद को साबित किया है। 31 साल के बल्लेबाज से श्रीलंका के खिलाफ अपना वनडे डेब्यू किया था। उन्होंने तब से तीन वनडे में 62 की औसत के साथ 124 रन बनाए, जिसमें एक अर्धशतक शामिल है।
भारत की हार तब तय हो गई थी: संजय मांजरेकर
मगर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले वनडे में सूर्यकुमार यादव पर अनुभवी श्रेयस अय्यर को तरजीह दी गई। मांजरेकर का साथ ही मानना है कि भारतीय टीम को प्रोटियाज को कम स्कोर पर रोकने की जरूरत है क्योंकि परिस्थितियां बल्लेबाजों के लिए मुश्किल होने वाली हैं।
उन्होंने कहा कि भारतीय टीम उस पल मैच हार गई थी जब दक्षिण अफ्रीका ने 250 रन का आंकड़ा पार कर लिया था। मांजरेकर ने कहा, 'बहुत बड़ा स्कोर था। दिन के मुकाबले में बल्लेबाजों के लिए पिच आसान नहीं होने वाली थी। लक्ष्य का पीछा करने वाली टीम को ओस का फायदा नहीं मिलना था। शुरूआत में कुछ उम्मीद थी, लेकिन किसी को बड़ी पारी खेलने की जरूरत थी। शिखर धवन क्रीज पर जमने के बाद आउट हुए, विराट भी। ऐसे में मुश्किल होना ही थी। मेरे ख्याल से भारत तभी मैच हार गया था जब मेजबान टीम 250 रन का आंकड़ा पार कर चुकी थी।'
शिखर धवन (79) और विराट कोहली (51) ने भारतीय टीम की तरफ से कुछ दम दिखा पाए थे। भारत को पिछले 10 वनडे में पांचवीं शिकस्त मिली।