क्रिकेट में विराट कोहली (Virat Kohli) ने जो नाम, शोहरत और रुतबा कमाया है, शायद शब्दों में उसकी व्याख्या करना मुश्किल है। क्रिकेट का हर उभरता खिलाड़ी उनके जैसा बनने की और उनके पद चिन्हों पर चलने की कोशिश करता है। और यहां तक की उनके हाव-भाव को भी अपनाने की कोशिश करता है।
हाल ही में देवधर ट्रॉफी के फाइनल में अपनी टीम साउथ जोन को जीत दिलाने वाले खिलाड़ी रोहन कुन्नुमल ने भी अपनी पारी के दौरान कोहली के हाव-भाव को भी अपनाने की कोशिश की जब उन्होंने इस मैच में शतक लगाया। 75 गेंदो में 107 रनों की पारी खेलने वाले कुन्नुमल ने अपनी सेंचुरी के बाद कोहली के अंदाज में जश्न मनाया और ड्रेसिंग रुम की ओर बल्ला दिखाते हुए कहना चाहा कि उनका बल्ला बोलता है।
मैंने पहले ही सोचा था कि अगर मैं शतक लगाता हूं तो ऐसे ही जश्न मनाउंगा - रोहन कुन्नुमल
मैच के बाद साउथ जोन के अपने कप्तान मयंक अग्रवाल से जब कुन्नुमल ने बात की तो, मयंक ने उनसे पूछा कि क्या शतक बनाने के बाद आपका वो जश्न विराट कोहली से प्रेरित था? जिसपर कुन्नुमल ने खुश होकर जवाब दिया और कहा,
वाकई हां, मगर पहले दिन जब मैं यहां आया था, तो सोचा था कि अगर मैं शतक लगाता हूं तो मैं उसका जश्न किस तरह मनाउंगा। मैंने इसकी तैयारी पहले से कर रखी थी कि अगर मैं शतक बनाता हूं तो ऐसे ही जश्न मनाउंगा और मैंने ऐसा ही किया।
बता दें कि देवधर ट्रॉफी के फाइनल में साउथ जोन ने ईस्ट जोन को 45 रनों से हरा कर ट्राफी अपने नाम कर ली। पहले बल्लेबाजी करते हुए साउथ जोन ने कुन्नुमल के शतक और कप्तान मयंक अग्रवाल और एन जगदीशन के अर्धशतक की बदौलत अपने 50 ओवरों में 8 विकेट पर 328 रन बनाये थे। इसके जवाब में ईस्ट जोन की पूरी टीम 46.1 ओवर में 283 रन बना कर ढेर हो गयी। ईस्ट जोन की तरफ से सबसे ज्यादा 95 रनों की पारी रियान पराग ने खेली।