बांग्लादेश के कप्तान तमीम इकबाल पर मैच फीस का 15 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है। इकबाल को श्रीलंका के खिलाफ शुक्रवार को तीसरे वनडे के दौरान आईसीसी की आचार संहिंता के लेवल 1 के उल्लंघन का दोषी पाया गया।
आईसीसी के खिलाड़ियों एवं सहयोगी सदस्यों के आचार संहिता के अनुच्छेद 2.3 के मुताबिक तमीम इकबाल को दोषी पाया गया। इसका मतलब अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान अभ्रद भाषा के इस्तेमाल का जिक्र है। बांग्लादेशी कप्तान ने 10वें ओवर में अपने कैच के लिए असफल रिव्यू के बाद अभद्र भाषा का प्रयोग किया था।
जुर्माने के साथ-साथ तमीम इकबाल को एक डीमेरिट प्वाइंट भी दिया गया है। 24 महीने की अवधि में उनका यह पहला अपराध है। बांग्लादेश को तीसरे वनडे में श्रीलंका के हाथों 97 रन की शिकस्त झेलनी पड़ी जबकि उसने सीरीज 2-1 से अपने नाम की।
मुझे पूरा भरोसा है कि गेंद बल्ले का किनारा लेकर नहीं गई थी: तमीम इकबाल
तमीम इकबाल श्रीलंका के खिलाफ तीसरे वनडे में 17 रन बनाकर खेल रहे थे जब दुष्मंथ चमीरा की गेंद पर विकेटकीपर को कैच थमा बैठे। 32 साल के बल्लेबाज को धीमी गति की गेंद डाली गई थी, लेकिन गेंद विकेटकीपर के ग्लव्स में जाकर समाई थी। मैदानी अंपायरों ने सॉफ्ट सिग्नल आउट दिया था।
मैच के बाद तमीम ने दावा किया कि उनका बल्ला तभी मैदान पर लगा जब गेंद पास से निकली और यही वजह है कि मैदानी अंपायरों के फैसले को नहीं बदला गया।
तमीम इकबाल ने अपने आउट होने के बाद में कहा, 'यह बहुत निराशाजनक था। मुझे 100 प्रतिशत विश्वास था कि गेंद बल्ले से टकराकर नहीं गई है। दुर्भाग्यवश मेरा बल्ला उसी समय मैदान पर टकराया जब गेंद पास से गुजरी। अंपायर के लिए ऐसे में फैसले को बदलना नामुमकिन हो गया था। अगर मैदानी अंपायर इसे शुरूआत में नॉटआउट करार देता तो चीजें अलग हो सकती थी। मगर मुझे 100 प्रतिशत भरोसा है कि मेरे बल्ले से गेंद लगकर नहीं गई थी।'
तमीम इकबाल का श्रीलंका के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज में बल्ले से प्रदर्शन औसत रहा। उन्होंने सीरीज में 82 रन बनाए। तमीम इकबाल ने श्रीलंका के खिलाफ पहले वनडे में 52 रन की पारी खेली थी, जिसमें बांग्लादेश ने 33 रन से जीत दर्ज की थी।