भारतीय ऑलराउंडर विजय शंकर ने कहा कि टीम इंडिया में वापसी उनके हाथों में नहीं हैं। विजय शंकर का मानना है कि टीम में जगह पाने के लिए उन्होंने अधिकांश खिलाड़ियों से बेहतर प्रदर्शन किया। 2019 विश्व कप के बाद से भारतीय टीम के लिए नहीं खेलने वाले शंकर ने कहा कि वह टीम में रहना चाहते हैं, सिर्फ इसलिए नहीं क्योंकि तेज गेंदबाज ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या की भूमिका बदली, लेकिन 'जब लोगों ने उन पर उनकी क्षमताओं के लिए विश्वास किया था।'
हार्दिक पांड्या सीमित ओवर क्रिकेट में अपने कोटे की गेंदबाजी नहीं कर पा रहे थे और इंग्लैंड में टेस्ट टीम से उनकी छुट्टी हुई, जिससे शायद विजय शंकर जैसे ऑलराउंडर्स के लिए अवसर खुला। शंकर ने इंडिया टुडे से बातचीत में कहा, 'मैं भारतीय टीम में सिर्फ इसलिए नहीं आना चाहता क्योंकि मैं ऑलराउंडर हूं, जो बल्ले और गेंद से प्रदर्शन करता है। यह मामला जायज होना चाहिए। मैं टीम में इसलिए रहूं जब लोगों को मेरी क्षमताओं पर विश्वास हो।'
विजय शंकर ने आगे कहा, 'मैं पहले भी कह चुका हूं कि मुझे तुलना पसंद नहीं। मगर आप वाकई अगर तुलना करना चाहते हैं, तो मेरे ख्याल में मैंने अधिकांश खिलाड़ियों से बेहतर प्रदर्शन किया है।'
तब बहुत निराश हुए थे विजय शंकर
विजय शंकर 2019 विश्व कप में टीम इंडिया का हिस्सा थे, लेकिन चोट के कारण वह बाहर हो गए। इसके बाद विजय शंकर ने इंडियन प्रीमियर लीग 2020 में वापसी की, लेकिन टूर्नामेंट के बीच में हैमस्ट्रिंग में चोट के कारण वह फिर बाहर हो गए।
आईपीएल 2021 में 30 साल के ऑलराउंडर ने सनराइजर्स हैदराबाद का प्रतिनिधित्व किया, लेकिन आईपीएल बबल में विभिन्न कोविड-19 मामले सामने आने के बाद टी20 लीग को अनिश्चितकालीन समय के लिए स्थगित कर दिया गया।
विजय शंकर ने कहा, 'मैं भारतीय टीम में वापसी के बारे में नहीं सोच सकता क्योंकि ऐसी चीजें मेरे हाथों में नहीं हैं। मैं सिर्फ इतना कर सकता हूं कि और मैचों की तैयारी अच्छे से करूं। जिस भी मैच में खेलूं, उसमें दमदार प्रदर्शन करूं। मैं दोबारा जगह पाने के लिए बड़ी मेहनत कर रहा हूं।'
उन्होंने आगे कहा, 'निश्चित है कि जिसने भी देश का प्रतिनिधित्व किया है, वो दोबारा उस जर्सी को पहनना पसंद करेगा। इसमें कोई शक नहीं है। मेरा बस इतना मानना है कि जब मैंने अच्छे रन बनाए और इसके बावजदू मुझे मौका नहीं दिया गया तो इससे निराशा जरूर हुई।'