इस बार वर्ल्ड कप (ICC Cricket World Cup 2023) की मेजबानी भारत (Team India) को मिली है। पिछली बार जब 2011 में भारत को टूर्नामेंट की मेजबानी मिली तब टीम इंडिया ने महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) की अगुवाई में ट्रॉफी जीती थी। फाइनल मुकाबले में भारत ने श्रीलंका को हराकर पूरे 28 सालों के लम्बे इंतजार बाद ख़िताब अपने नाम किया था। उस मुकाबले में विराट कोहली (Virat Kohli) ने भी 35 रनों की अहम पारी खेली थी और तब वह सिर्फ 23 सालों के थे, लेकिन वह पारी आज भी उनके लिए सबसे स्पेशल है।
बता दें कि वर्तमान समय में किंग कोहली विश्व के दिग्गज खिलाड़ियों में शुमार हैं। उन्होंने 2011 में अपने वनडे करियर का पहला वर्ल्ड कप खेला था। फाइनल मुकाबले में अपनी पारी को याद करते हुए दाएं हाथ के अनुभवी बल्लेबाज ने बताया,
मुझे लगता है कि वो 35 रन हमेशा मेरे मन में बहुत स्पेशल रहेंगे, एक तो उस समय टीम को एक साझेदारी की बहुत जरूरत थी। गौतम गंभीर एक छोर से अच्छा खेल रहे थे और सहवाग पहली गेंद पर आउट हुए थे, जबकि दूसरी विकेट सचिन तेंदुलकर थी। तो जब मैं उनके पास से गुजर रहा था तो उन्होंने मुझे कुछ बोला था जैसा कि आपने उनकी फिल्म में देखा होगा, लेकिन मुझे कुछ सुनाई नहीं दिया क्योंकि उस वक्त में काफी नर्वस था। उनके आउट होने की वजह से स्टेडियम में उस समय शांति छाई हुई थी।
उस समय मलिंगा गेंदबाजी कर रहे जो कि अलग ही जोन में थे और मैं बस भगवान से यही प्रार्थना कर रहा था कि वो पहली गेंद यॉर्कर ना डालें। उन्होंने पता नहीं क्या सोचा और पहली गेंद मिडिल हो गई जिससे मेरा आत्मविश्वास बढ़ गया। अगर पहली गेंद यॉर्कर होती तो कुछ भी हो सकता था। अगर उस समय एक और विकेट भी गिर जाता तो मिडिल आर्डर के बल्लेबाज और जल्दी आ जाते। 90 रनों की वह पार्टनरशिप मुझे हमेशा याद रहेगी, क्योंकि लोग सिर्फ रिकॉर्ड्स देखते हैं, लेकिन एक युवा बल्लेबाज होने के नाते यह पारी हमेशा मेरे मन में रहेगी। इस तरह की परिस्थिति में 35 रन बना मेरे लिए बहुत बड़ी बात थी जो मैं कभी भूल नहीं पाउँगा।
गौरतलब है कि 2011 के फाइनल में श्रीलंका ने पहले बल्लेबाज करते हुए 6 विकेट खोकर 274 रन बनाये थे। जवाबी पारी में टीम इंडिया ने इस टारगेट को 10 गेंदें शेष रहते 4 विकेट खोकर हासिल कर लिया था। भारत की ओर इस जीत के हीरो कप्तान धोनी रहे, जिन्होंने 79 गेंदों में नाबाद 91 रन बनाये थे।