भारतीय टीम (Indian Cricket Team) के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण (VVS Laxman) आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (ICC World Test Championship) फॉर्मेट में 3 बड़े बदलाव देखना चाहते हैं। साथ ही उन्होंने इन बदलावों को लेकर अपने विकल्प भी रखें और कहा कि इन बदलावों को आगामी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में होना चाहिए, जिससे यह फॉर्मेट और भी बेहतरीन हो सके। आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का पहला चरण खत्म होने की कगार पर है। 18 जून को भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच फाइनल मुकाबला शुरू होगा। इस टूर्नामेंट में 9 टीमों ने हिस्सा लिया था, जबकि 3 टेस्ट प्लेयिंग नेशन को जगह नहीं दी गई, जिसमें अफगानिस्तान, आयरलैंड और जिम्बाब्वे का नाम शामिल था।
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वीवीएस लक्ष्मण ने एक अख़बार को अपने विचार लिखते हुए तीन बड़े बदलाव करने के विकल्प दिए, जिसमें उन्होंने कहा कि मैं इस फॉर्मेट में कुछ बदलाव करना चाहूँगा जिससे यह बेहद दिलचस्प और भी कड़ा बन सकें। आगामी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप शुरू होने वाली है, तो मैं सभी 12 टेस्ट टीम को इस बार खेलते हुए देखना चाहता हूँ। इन टीमों को आप 6-6 के ग्रुप में बाँट सकते हैं और फिर दोनों ग्रुप की बेस्ट टीम के बीच फाइनल मुकाबला करवा सकते हैं। ऐसा करने से जो टीमें रैंकिंग में सबसे नीचे हैं, उनको मदद मिलेगी और आर्थिक रूप से भी ये टीमें मजबूत दिखाई देंगी।
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इसके अलावा उन्होंने कहा कि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में केवल 3 मैचों की सीरीज ही करवानी चाहिए। भारत, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया जैसी बड़ी टीमों के बीच यदि 4 या 5 मैचों की सीरीज होती है, तो उसमें से पहले 3 मैचों को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में गिना जाए और इन्हीं मैचों के अंक इस चैंपियनशिप की अंक तालिका में लगाये जाएं। अंत में उन्होंने विदेशी मैदानों पर खेलने को लेकर अहम सुझाव दिया और कहा कि यदि कोई टीम अपने मुल्क से बाहर मुकाबले जीतती है, तो उसे ज्यादा अंक देने चाहिए। क्योंकि विदेशी मैदानों पर खेलना आसान नहीं होता। इसलिए एक रिवॉर्ड के तौर पर ज्यादा अंक देने चाहिए।