भारत और न्यूज़ीलैंड (IND vs NZ) के बीच कानपुर में हुए पहला टेस्ट मैच ड्रॉ के रूप में समाप्त हुआ था और अब दूसरा टेस्ट मैच मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला जायेगा। ख़बरों के मुताबिक कयास लगाये जा रहें है कि वानखेड़े की पिच पर हरी घास छोड़ी जा रही, जो स्पिनरों के लिए ज्यादा मददगार नहीं होगी। टाइम्स ऑफ़ इंडिया को एक सूत्र ने मुंबई टेस्ट मैच में इस्तेमाल होने वाली पिच को लेकर अहम जानकारी दी है।
सूत्रों के मुताबिक बताया गया है कि मैदान की पिच पर घास की एक मोटी परत मौजूद है। स्पिन गेंदबाजों की गेंद ज्यादा टर्न नहीं करेगी। ऐसा लगता है कि घास और ज्यादा बड़ी हो गई है। क्योंकि जनवरी 2020 में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए वनडे के बाद से वानखेड़े स्टेडियम में मुख्य तीन पिचों पर कोई क्रिकेट नहीं खेला गया है। उस घास में से कुछ को काट दिया जाएगा, लेकिन इस स्तर पर जब टेस्ट मैच बस कुछ ही दिन दूर है तो आप ज्यादा घास नहीं काट सकते। नतीजतन, उन्होंने रविवार से पिच पर पानी देना बंद कर दिया है।
मुंबई में इस समय बारिश का मौसम बना हुआ है। हर दूसरे दिन बारिश देखने को मिल रही है। ऐसे में आगामी कुछ दिनों में भी बारिश की आशंका है। इसका मतलब पिच पर नमी और बढ़ जायेगी जो मैच के पहले दिन सुबह देखने को मिल सकती है। सूत्रों ने इस सन्दर्भ में कहा कि, 'इससे घास और विकेट पर नमी आ जाएगी। मैच की शुरुआत में सुबह की नमी के साथ विकेट तेज गेंदबाजों की मदद करेगा, लेकिन फिर यह एक अच्छा बल्लेबाजी ट्रैक बन जाएगा। इसमें अच्छा उछाल और भी ज्यादा कैरी होगा।
भारतीय पिचों को स्पिन गेंदबाजी का ज्यादा मददगार बताया जाता है। जिससे मुंबई टेस्ट मैच में टीम इंडिया की मुश्किलें बढ़ सकती है। हालांकि पिछला मुकाबला पांच दिन तक चला था और टीम इंडिया के कोच राहुल द्रविड़ ने मैदान के सपोर्ट स्टाफ को 35 हजार रुपए की राशि इनाम में दी थी। क्योंकि अच्छी पिच के चलते पहला मैच पांच दिन चला था और दोनों टीमों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला था।