वेस्टइंडीज (West Indies Cricket team) के कप्तान क्रैग ब्रैथवेट (Kraigg Brathwaite) ने अपनी टीम के साथी एनक्रूमाह बोनर (Nkrumah Bonner) की जमकर तारीफ की और कहा कि उनका समर्पण अन्य खिलाड़ियों के लिए उदाहरण है। वेस्टइंडीज ने इंग्लैंड (England Cricket team) के खिलाफ रविवार को पहला टेस्ट ड्रॉ कराने में कामयाबी हासिल की।
क्रैग ब्रैथवेट ने मैच के बाद कहा, 'पांचों दिन कड़ी लड़ाई हुई। गेंदबाजी ग्रुप का प्रयास शानदार रहा और आखिरी दिन बल्लेबाजों ने गजब का प्रदर्शन किया। पहली पारी में हमने नई गेंद से शानदार प्रदर्शन किया। बीच में जब गेंद ज्यादा कुछ नहीं कर रही थी, तब हमने कुछ नए तरीके खोजे। बोनर तो मेरे ख्याल से मुझसे भी बेहतर है। मैच से पहले उन्होंने मुझसे कहा था कि 300 गेंदें, यही लक्ष्य है।'
ब्रैथवेट ने आगे कहा, 'जिस तरह का समर्पण बोनर ने दिखाया, वो हमारे लिए उदाहरण है। वो विशेष है। उनकी विशेष मानसिकता है। उन्होंने हमारे सामने उदाहरण स्थापित किया, जिसका हम अनुयायी करें। पिच बल्लेबाजी के लिए अच्छी थी। गेंदबाजों को बारबाडोस में पिच से शुरूआत में कुछ मदद मिली। यह दबाव बनाने के तरीके खोजने के बारे में है। स्पिनर होने के नाते 3 रन प्रति ओवर अहम है। गेंद ज्यादा स्पिन नहीं हो रही थी तो स्पिनर का सख्त होना जरूरी था।'
इंग्लैंड ने सुबह के सत्र में 132 रन जोड़े और इस दौरान जो रूट ने अपना 24वां टेस्ट शतक पूरा किया। फिर इंग्लैंड ने पारी घोषित की और दो सत्र तक वेस्टइंडीज को टिकने की चुनौती दी।
जैक लीच ने तीन विकेट चटकाए और इंग्लैंड ने पूरे दिन दबाव बनाने की कोशिश जारी रखी। मगर एनक्रूमाह बोनर और जेसन होल्डर के बीच पांचवें विकेट की मजबूत साझेदारी ने हार का खतरा टाल दिया और मुकाबला ड्रॉ हुआ। चुनौतीपूर्ण आखिरी सत्र में बोनर और होल्डर ने 34.4 ओवर में 80 रन की साझेदारी की।
दिन का खेल समाप्त होने में जब पांच गेंदें शेष थी, तब इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने मैच ड्रॉ होने पर सहमति जताई। वेस्टइंडीज की टीम तब 147/4 के स्कोर पर थी।