रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) ने वेस्टइंडीज (West Indies Cricket Team) के खिलाफ जारी पहले टेस्ट की पहली पारी में 5 विकेट लिए और तभी से चर्चा का केंद्र बने हुए हैं। ऑफ स्पिनर ने अपने टेस्ट करियर में 33वीं बार एक पारी में पांच विकेट लेने का कमाल किया और कई रिकॉर्ड्स बनाए।
रविचंद्रन अश्विन को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में नहीं खिलाया गया था, जिसके बाद से उनके बारे में काफी बातचीत हुई। भारतीय टीम के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज दीप दासगुप्ता ने अश्विन की तारीफ करते हुए कहा कि वो जब अपने करियर का अंत करेंगे तो महान खिलाड़ी के रूप में जाने जाएंगे।
भारतीय ऑफ स्पिनर ने 93 टेस्ट में 479 विकेट लिए हैं। उनका अगला लक्ष्य 100 टेस्ट खेलने का होगा। दीप दासगुप्ता ने ईएसपीएनक्रिकइंफो से बातचीत में कहा, 'गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन की क्लास और वेस्टइंडीज के बैटर्स के बीच फर्क बड़ा है। अश्विन जरूर निराश होंगे कि डब्ल्यूटीसी फाइनल में उन्हें जगह नहीं मिली, लेकिन इसे पीछे छोड़ते हुए उन्होंने दमदार वापसी की। अश्विन ने पेशेवर खिलाड़ी के रूप में खुद को साबित किया और दर्शाया कि वो क्या कर सकते हैं।'
दीप दासगुप्ता ने कहा कि जब अश्विन को डब्ल्यूटीसी फाइनल से बाहर किया गया तो यह देखकर वो हैरान थे। हालांकि, दासगुप्ता को इस बात का जरा भी शक नहीं था कि अश्विन वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट के पहले दिन अपनी स्पिन का जादू बिखेरने में नाकाम रहेंगे।
दीप दासगुप्ता ने कहा, 'रविचंद्रन अश्विन के पास काफी मिश्रण हैं। वो जानते हैं कि इसका उपयोग कब करना है। इस तरह के मिश्रण होना एक बात है और वो अलग बात है कि आप जानते हो कि इसका उपयोग कैसे करना है। इसमें जरा भी शक नहीं कि अश्विन आधुनिक युग के महान खिलाड़ियों में से एक हैं। वो जब अपने करियर का अंत करेंगे तो महानतम खिलाड़ियों में से एक कहलाएंगे।'
बता दें कि भारतीय टीम ने वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट में शिकंजा कस लिया है। मेजबान टीम की पहली पारी केवल 150 रन पर ऑलआउट हुई, जिसके जवाब में दूसरे दिन स्टंप्स तक भारत ने 113 ओवर में दो विकेट खोकर 312 रन बना लिए हैं। भारत ने दूसरे दिन तक अपनी बढ़त 162 रन की कर ली है।