विराट कोहली (Virat Kohli) का मानना है कि वह हर रोज सुबह जब उठते हैं तो उन्हें लगता है कि आज अपनी टीम के लिए वो सबसे अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। आज वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल (WTC Final) के आखिरी दिन विराट कोहली के साथ-साथ पूरे भारत देश को ऐसा ही लग रहा होगा। डब्लूटीसी फाइनल मैच के पांचवें यानी आखिरी दिन टीम इंडिया को जीत के लिए 280 रनों की जरूरत है। भारत के पास 7 विकेट बाकी हैं और क्रीज पर विराट कोहली के साथ अंजिक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) मौजूद हैं। इन दोनों बल्लेबाजों के बीच 71 रनों नाबाद साझेदारी हो चुकी हैं।
विराट को खुद पर है पूरा भरोसा
विराट 7 चौके की मदद से 44 रन बनाकर खेल रहे हैं और अगर वह आउट नहीं हुए तो भारत को मैच में जीत दिला सकते हैं। विराट ने डब्लूटीसी फाइनल शुरू होने से पहले आईसीसी से बातचीत करते हुए कहा था कि,
"मुझे यह जानकर प्रेरणा मिलती है कि मेरे पास भारत के लिए खेलने वाले प्रत्येक मैच में अपनी टीम को जिताने का मौका है।" मुझे नहीं लगता कि खेल में इससे बड़ी कोई प्रेरणा है। मैं किसी भी मैच की सुबह उठता हूं तो खुद पर विश्वास रखता हूं कि, आज मैं ही वो इंसान हूं, जो अपनी टीम को जीत दिलाने जा रहा हूं।"
कोहली का कहना है कि वो इस बात के लिए आज भी उतना ही उत्साहित रहते हैं कि उनके रन बनाने से टीम को मदद मिल रही है। इसके अलावा वो चाहते हैं कि टीम उनसे उम्मीद करें और वो उनपर भरोसा करें कि, मैं मैच जिता सकता हूं। इसके बारे में बात करते हुए विराट कोहली ने कहा कि,
"मैं चाहता हूं कि मेरी टीम सहज महसूस करे और वे राहत की सांस ले सकें कि मैं वहां (क्रीज़ पर) हूं और मैं काम कर सकता हूं। यह एक ऐसी चीज है, जिसपर मैंने हमेशा बहुत गर्व किया है। मैं इसके लिए बहुत आभारी महसूस करता हूं कि टीम मुझसे उम्मीद कर सकती है।"
कोहली ने आगे कहा कि,
"मैं अभी भी हर सुबह इस विश्वास के साथ उठता हूं कि आज मैं टीम का मैच विनर बन सकता हूं।"