भारतीय क्रिकेट टीम ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल (WTC Final) में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला लिया, लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने पहले दिन सिर्फ 3 विकेट के नुकसान पर 327 रन बनाकर भारत के फैसले को गलत साबित कर दिया। दूसरे दिन लंच तक ऑस्ट्रेलिया ने 422/7 का स्कोर खड़ा कर लिया है। कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) के पहले गेंदबाजी निर्णय पर पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज फारुख इंजीनियर (Farokh Engineer) का कहना है कि, टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का सबसे बड़ा कारण अपने टॉप बल्लेबाजों को ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों से बचाना था।
भारत ने क्यों लिया पहले गेंदबाजी करने का फैसला?
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच इंग्लैंड के ओवल में डब्लूटीसी 2023 का फाइनल मैच खेला जा रहा है। ओवल के इस पिच पर टॉस के वक्त हल्की नमी वाली घास थी और आसमान में बादल भी छाएं हुए थे। ऐसे में कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला किया।
हालांकि, ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस ने भी कहा था कि वो भी टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करना ही पसंद करते, लेकिन भारत के पूर्व क्रिकेटर फारुख इंजीनियर का मानना कुछ अलग है। इंग्लैंड में बस चुके फारुख ने एएनआई से बातचीत करते हुए कहा कि,
"भारत का टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला थोड़ा हैरानी वाला था, लेकिन मुझे लगता है कि यह फैसला इसलिए लिया गया क्योंकि हमारे बल्लेबाज ताजा हरी पिच पर ऑस्ट्रेलियाई आक्रमण का सामना नहीं करना चाहते थे।"
उन्होंने आगे कहा कि,
"हमें उम्मीद है कि मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज प्रभावी हैं और प्रभावी रहेंगे। यह एक बुरा निर्णय नहीं है, बल्कि एक साहसिक (बोल्ड) निर्णय है।"
भारतीय बल्लेबाजी के बारे में बात करते हुए पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने कहा कि,
"भारत की ओर से वह (चेतेश्वर पुजारा) सबसे अहम खिलाड़ी होंगे। उनके अलावा विराट और शुभमन गिल भी बड़ी भूमिका निभाएंगे। हमारे पास काफी अच्छी बल्लेबाजी है। यह एक बहुत अच्छी ऑल-राउंड टीम है।"