पूर्व ऑस्ट्रेलिया के कप्तान रिकी पोंटिंग (Ricky Ponting) ने कहा है कि भारत (Indian Cricket Team) ने सिर्फ पहली इनिंग्स को ध्यान में रखते हुए अपने गेंदबाजी हमले का चुनाव किया और वे खुद अपने इस चाल में फंस गए। इंग्लैंड के केनिंगटन ओवल में शुरु हुए विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल (WTC Final) में भारत ने ऑस्ट्रेलिया (Australia Cricket Team) के खिलाफ खेलने के लिए अपने अंतिम 11 में 4 तेज गेंदबाजों को जगह दी है। जबकि स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) को बाहर बैठना पड़ा है।
इस बडे़ मुकाबले में टॉस जीतकर भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने पहले गेंदबाजी करने का फैसला लिया। ऑस्ट्रेलिया ने पहले सत्र में शुरुआती झटकों के बाद खुद को संभालते हुए पहले दिन के अंतिम सत्र तक इस मैच में अपना दबदबा बना लिया और दिन का खेल खत्म होने तक 327/3 बना लिए। ट्रेविस हेड 146 और स्टिव स्मिथ 95 रन बना कर अब भी क्रिज पर ड़टे हुए है। भारत की तरफ से मोहम्मद सिराज, शार्दुल ठाकुर और मोहम्मद शमी ने 1-1 विकेट अपने नाम किये।
जडेजा से ज्यादा विकेट ले सकते थे अश्विन - रिकी पोंटिंग
स्टार स्पोर्टस से बात करते हुए इस महान खिलाड़ी ने कहा कि भारत की गेंदबाजी आक्रमण पर सवाल उठाए और अश्विन को आखिरी 11 में ना रखने पर आश्चर्य जताया। पोंटिंग ने कहा
भारत ने सिर्फ इस टेस्ट की पहली इनिंग्स के लिए गेंदबाजी हमले का चुनाव किया। मुझे आश्चर्य इसलिए भी हुआ क्योंकि ऑस्ट्रेलिया के पास बहुत सारे बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं और उन्होंने आश्विन को छोड़ दिया है। मेरे दिमाग में कोई संदेह नहीं है कि आश्विन खेल के आगे के हिस्से में जडेजा से ज्यादा विकेट ले सकते थे।
पोंटिंग ने आगे ये भी कहा कि इस मैच में उन्होंने आश्विन को खेलाया होता और तीसरे तेज गेंदबाज के विकल्प के रूप में उमेश यादव और शार्दुल ठाकुर के बीच चुनाव किया होता।
उन्हें ठाकुर और उमेश के बीच एक महत्वपूर्ण निर्णय लेना था। मेरा झुकाव ठाकुर की ओर रहता, क्योंकि वह मेरा कार्यशील गेंदबाज होता और शमी और सिराज जैसे गेंदबाजों को थोड़ी ब्रेक देने के लिए होता। आप कुछ ओवरों के लिए जडेजा का उपयोग कर सकते हैं ताकि खेल को थोड़ा बांधा जा सके।