आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप ( ICC Cricket World Cup 2023) के वॉर्म-अप मैचों का आगाज हो गया है। भारत (Indian Cricket Team) का पहला अभ्यास मैच 30 सितंबर को इंग्लैंड के खिलाफ खेला जाएगा, जबकि वर्ल्ड कप का पहला मैच इंग्लैंड और न्यूज़ीलैंड (ENG vs NZ) के बीच अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला जाएगा। इस वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया की तैयारी काफी बढ़िया लग रह ही।
कल टीम इंडिया के वर्ल्ड कप स्क्वॉड में अक्षर पटेल की जगह रविचंद्रन अश्विन को शामिल किया गया है, जिनके साथ स्पिनर के तौर पर कुलदीप यादव और रविंद्र जडेजा होंगे। हालांकि, 2011 में भारत को वर्ल्ड कप जिताने वाले पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह का मानना है कि युजवेंद्र चहल को टीम में होना चहिए था।
युजवेंद्र चहल ज्यादा अच्छे विकल्प होते
युवराज सिंह ने एएनआई से बातचीत करते हुए टीम इंडिया की तैयारियों के बारे में कहा कि,
"हमारी टीम अच्छी है। टीम का संतुलन काफी अच्छा है। मुझे लगता है कि युजवेंद्र चहल को टीम में होना चाहिए था, क्योंकि हम इंडिया में खेल रहे हैं, और यहां कई बारी गेंद स्पिन होती है। बाकी, मेरे ख्याल से टीम का संतुलन अच्छा है।"
इसके बाद भारत के इस पूर्व ऑलराउंडर ने रविचंद्रन अश्विन को अचानक वर्ल्ड कप स्क्वॉड में शामिल किए जाने पर हैरानी जताते हुए कहा कि,
"यह थोड़ा हैरान करने वाला फैसला था। जैसा कि मैंने कहा कि युजवेंद्र चहल ज्यादा अच्छा विकल्प हो सकते थे क्योंकि वह एक लेग स्पिनर हैं, और एक ऐसे खिलाड़ी हैं, जो मैच जिताकर दे सकते हैं। इसके अलावा मुझे लगा कि वाशिंग्टन सुंदर एक युवा खिलाड़ी हैं, जो बल्लेबाजी भी कर सकते हैं, उन्होंने अभी ओपन (ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे वनडे मैच में) भी किया था, लेकिन आखिरी में कप्तान और कोच को ही देखना होता है कि किसके पास सबसे अच्छा फॉर्म है।"
बहरहाल, टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा और कोच राहुल द्रविड़ के साथ-साथ मुख्य चयनकर्ता अजित अगरकर ने भी युजवेंद्र चहल को टीम में रखने की कोई रूचि नहीं दिखाई। कुलदीप यादव और रविंद्र जडेजा के अलावा उनकी पहली पसंद अक्षर पटेल थे। उनके चोटिल होने पर उन्होंने रविचंद्रन अश्विन के अनुभव के साथ जाना सही समझा।