टीम इंडिया के लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल ने कहा कि युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने अपनी आक्रामक बल्लेबाजी कायम रखी, लेकिन वह परिपक्व हुए हैं। पंत ने पिछले कुछ महीनों में क्रिकेट के सभी प्रारूपों में टीम इंडिया के लिए शानदार प्रदर्शन किया, जिसकी शुरूआत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज से हुई थी।
एक इंटरव्यू में चहल ने बताया कि पंत के खेल में तकनीकी से ज्यादा मानसिक बदलाव आया है। चहल ने स्पोर्ट्सतक से बातचीत में कहा, 'ऋषभ पंत की बल्लेबाजी स्टाइल नहीं बदली, लेकिन वह मानसिक रूप से मजबूत हुआ है। वह अब ज्यादा स्पष्ट है कि उसे क्या करना है और उसने बड़ी जिम्मेदारी लेना शुरू कर दी है। मैं कहूंगा कि थोड़ी देर से परिपक्व हुआ। मुझे याद है कि 2019 विश्व कप के बीच में वो आया था। जब हम न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल हारे तो वो बहुत निराश था। बड़े भाई होने के नाते मैं देख पा रहा था कि उस पर प्रभाव पड़ा है। मैंने उस दौरान उससे बात की और वो इससे बाहर निकला।'
युजवेंद्र चहल ने कहा कि गाबा की पारी और अहमदबाद में शतक उनकी नजर में ऋषभ पंत की दो सबसे शानदार पारियां हैं। उन्होंने कहा, 'ऑस्ट्रेलिया में उसने गाबा में नाबाद 89 रन बनाकर टीम को जीत दिलाई। अहमदाबाद में इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट में जब गेंद बहुत घूम रहा था, तब उसने शानदार शतक जमाया था। ये पारियां उसकी परिपक्वता और भूख को दर्शाती हैं। इससे पहले वह निरंतर प्रदर्शन नहीं करता था, लेकिन अब उसे समझ आ गया है कि इस स्तर पर सफलता पाने के लिए क्या जरूरी है। मैं खुश हूं कि उसने जिम्मेदारी ली और अपनी काबिलियत साबित की।'
पंत ने बड़ी भूमिका निभाई: सबा करीम
पूर्व भारतीय विकेटकीपर सबा करीम का मानना है कि ऋषभ पंत ने भारत को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में पहुंचाने महत्वपूर्ण योगदान दिया। इंडिया न्यूज से बातचीत में सबा करीम ने ध्यान दिलाया पंत ने पिछले कुछ महीनों में टीम हित में योगदान दिए हैं।
करीम ने कहा, 'मेरा मानना है कि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल हो रहा है और इसके बाद इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज होगी। ऋषभ पंत को इनमें बड़ी भूमिका निभानी होगी। हमे भूलना नहीं चाहिए कि भारत को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में पहुंचाने के लिए पंत ने बड़ी भूमिका निभाई है। अगर आप मुझसे पूछेंगे तो मैं कहूंगा कि पूरी भारतीय टेस्ट टीम। ऋषभ पंत ने उस चरण में पहुंचने के लिए बहुत बड़ी भूमिका अदा की थी।'