वेस्टइंडीज (West Indies) के विस्फोटक बल्लेबाज निकोलस पूरन (Nicholas Pooran) ने अपनी टीम को लेकर एक बड़ी प्रतिक्रिया दी है। निकोलस पूरन का मानना है कि आईसीसी की टी20 रैंकिंग ये नहीं दिखाती है कि वेस्टइंडीज कितनी अच्छी टीम है और उनके पास कितनी क्षमता है। वेस्टइंडीज इकलौती ऐसी टीम है जिसने दो बार टी20 वर्ल्ड कप का खिताब जीता है लेकिन आईसीसी की टी20 रैंकिंग में 10वें पायदान पर हैं। निकोलस पूरन के मुताबिक अगर वेस्टइंडीज के दिग्गज खिलाड़ी एक साथ खेलें तो फिर उन्हें हार का सामना नहीं करना पड़ा।
निकोलस पूरन इस वक्त बिग बैश लीग में खेल रहे हैं, जहां वो मेलबर्न रेनेगेड्स की टीम का हिस्सा हैं। निकोलस पूरन ने कहा कि वेस्टइंडीज के लिए उनका टी20 रिकॉर्ड भले ही अच्छा नहीं है लेकिन आने वाले वर्ल्ड कप में वो जरुर इसमें सुधार लाना चाहेंगे। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा,
व्यक्तिग तौर पर मैं टी20 वर्ल्ड कप को लेकर काफी उत्साहित हूं। पिछले कुछ सालों से वेस्टइंडीज का मजबूत पक्ष टी20 क्रिकेट रहा है। वर्ल्ड कप में हमने काफी अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन इस वक्त रैंकिंग में हम 10वें नंबर पर हैं। रैंकिंग ये नहीं दिखाती है कि हमारी टी20 टीम कितनी अच्छी है। एक प्लेयर के तौर पर मैं वेस्टइंडीज के लोगों के चेहरे पर स्माइल लाना चाहता हूं। वेस्टइंडीज के लिए टी20 में मेरा रिकॉर्ड उतना अच्छा नहीं है और आने वाले कुछ महीनों में मैं इसमें सुधार लाना चाहुंगा।
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निकोलस पूरन ने वेस्टइंडीज के लगातार द्विपक्षीय सीरीज हारने का कारण बताया
निकोलस पूरन ने ये भी बताया कि वेस्टइंडीज की टीम द्विपक्षीय टी20 सीरीज में बेहतर प्रदर्शन क्यों नहीं कर पाती है। उन्होंने कहा,
मेरे हिसाब से ज्यादातर द्विपक्षीय सीरीज में वेस्टइंडीज अपनी मजबूत टीम के साथ नहीं खेलती है। मजबूत टीम से मेरा मतलब क्रिस गेल, किरोन पोलार्ड, आंद्रे रसेल, सुनील नारेन और ड्वेन ब्रावो जैसे खिलाड़ी एक साथ खेलें। पिछले कुछ सालों में ये खिलाड़ी एकसाथ नहीं खेले हैं। कुछ प्लेयर सेलेक्ट नहीं किए जाते थे और कुछ अनुपलब्ध रहते थे। पिछले टी20 वर्ल्ड कप के बाद हम एक टीम के तौर पर नहीं खेल सके।