Highest partnership for 8th wicket or lower for India in Australia: भारतीय क्रिकेट टीम ने मेलबर्न में चल रहे बॉक्सिंग डे टेस्ट को रोमांचक बना दिया है। तीन दिन का खेल समाप्त हो चुका है और अब तक दूसरी पारी ही चल रही है। अब परिणाम निकालने के लिए दो दिन में दो पारियां खत्म करनी होंगी। नितीश रेड्डी और वाशिंगटन सुंदर ने तीसरे दिन दमदार बल्लेबाजी करते हुए आठवें विकेट के लिए ऐतिहासिक साझेदारी कर डाली। उनके बीच जो साझेदारी हुई वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनके घर में 2009 के बाद टेस्ट में आठवें विकेट के लिए हुई सबसे बड़ी साझेदारी भी हो गई है। एक नजर डालते हैं ऑस्ट्रेलिया में आठवें विकेट के लिए भारत की तीन सबसे बड़ी टेस्ट साझेदारियों पर।
#3 अनिल कुंबले और हरभजन सिंह (107 रन)
भारत के 2008 के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर एडिलेड में खेले गए टेस्ट मैच में अनिल कुंबले और हरभजन सिंह ने कमाल की बल्लेबाजी की थी। दोनों ने आठवें विकेट के लिए 107 रनों की साझेदारी करके ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को खूब परेशान किया। था कुंबले ने 87 और हरभजन ने 63 रनों की पारी खेली थी जिसकी बदौलत भारत ने पहली पारी में 526 रन बनाए थे। हालांकि, आस्ट्रेलिया ने भी पहली पारी में 563 रन बनाए और मुकाबला ड्रॉ पर समाप्त हुआ।
#2 नितीश रेड्डी और वाशिंगटन सुंदर (127 रन)
मेलबर्न में चल रहे बॉक्सिंग डे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 476 रन बना दिए। इसके जवाब में भारत ने पहली पारी में 221 रनों पर ही अपने सात विकेट गंवा दिए थे। भारत के ऊपर फॉलोऑन का भी खतरा मडरा रहा था, लेकिन नितीश और वाशिंगटन ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए इसे टाल दिया।
सुंदर ने बेहतरीन अर्धशतक लगाया तो वहीं नितीश अपने टेस्ट करियर का पहला शतक लगाकर नाबाद लौटे हैं। दोनों के बीच हुई 127 रनों की साझेदारी ने भारत की मैच में वापसी भी कराई है।
#1 सचिन तेंदुलकर और हरभजन (129 रन)
2008 में सिडनी में खेले गए टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 463 रन बनाए थे। उसके जवाब में भारत ने भी अपनी पहली पारी में 532 रनों का बड़ा स्कोर खड़ा कर दिया था। इस पारी में 154 रनों बनाने वाले सचिन तेंदुलकर ने हरभजन सिंह के साथ मिलकर आठवें विकेट के लिए 129 रनों की साझेदारी की थी। हरभजन ने इस पारी में 63 रन बनाए थे। इसके बावजूद भारत यह मुकाबला हार गया था ।