पिछले महीने पाकिस्तान के तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर (Mohammad Amir) ने मानसिक प्रताड़ना के कारण क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। मोहम्मद आमिर ने मिस्बाह उल हक (Misbah Ul Haq) और वकार युनिस (Waqar Younis) को इसका कारण बताया था और संन्यास जैसा चौंकाने वाला निर्णय लिया था। इसके बाद मिस्बाह उल हक ने बताया है कि क्यों मोहम्मद आमिर को टीम में नहीं लिया गया।
एक रिपोर्ट के अनुसार मिस्बाह उल हक ने कहा कि वकार युनिस के सम्बन्ध में जो बातें आई है, उनमें कोई सच्चाई नहीं है। वहां कोच और सलेक्शन समिति के छह सदस्य थे। मैं मुख्य सलेक्टर था इसके अलावा कप्तान भी था। इतने लोगों के होने के बाद यह कभी संभव नहीं हो सकता कि एक व्यक्ति सबको प्रभावित कर सके। प्रदर्शन के आधार पर आमिर के सलेक्शन को किसी ने समर्थन नहीं किया। मैं जानता कि उन्होंने इसे ऐसी स्थिति में कैसे बदला, जो एकदम सच्चाई से दूर है। उनके लिए एक ही सिद्धांत था कि जाकर बेहतर प्रदर्शन करते हुए खुद को साबित करो और टीम में वापस आओ, बाकी सभी बातें अप्रासंगिक है।
मोहम्मद आमिर ने इंग्लैंड जाने से किया था मना
मिस्बाह ने यह भी बताया कि आमिर ने पिछले साल इंग्लैंड के दौरे से इनकार कर दिया था, बोर्ड ने उन्हें समझाने की पूरी कोशिश की। आमिर ने बाद में मुख्य कोच और गेंदबाजी कोच को उनकी उपलब्धता के बारे में सूचित किया था और इंग्लैंड श्रृंखला के लिए टीम में शामिल किया गया था।
मिस्बाह ने कहा कि आमिर का अपना नजरिया है और मैं जूनियर और सीनियर हर तरह के क्रिकेट का सम्मान करता हूँ। जब आमिर बैन के बाद वापस आए थे तब मैं टीम का कप्तान था और मैंने सभी बातों को पीछे रखते हुए उनका स्वागत किया था। मैंने इंग्लैंड दौरे के लिए भी उन्हें मनाने की पूरी कोशिश की लेकिन उन्होंने व्यक्तिगत कारण से मना कर दिया था।