वनडे के सबसे यादगार मैचों में से एक 12 मार्च 2006 को दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच जोहान्सबर्ग में खेला गया था और उस मैच में 850 से भी ज्यादा रन बने थे। ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी की और रिकी पोंटिंग के 164 रनों की बदौलत 434 का स्कोर खड़ा किया। ये किसी भी टीम का अंतरराष्ट्रीय वनडे मैचों में पहला 400 का स्कोर था, लेकिन ये रिकॉर्ड ज्यादा देर तक ऑस्ट्रेलिया के नाम नहीं रह सका। लक्ष्य का पीछा करते हुए दक्षिण अफ्रीका ने हर्शल गिब्स के 175 रनों की बदौलत 50वें ओवर में एक विकेट से ऐतिहासिक जीत हासिल कर ली।
दक्षिण अफ्रीका ने 438 रन बनाये और ये कुछ समय तक वनडे के सबसे बड़े स्कोर का रिकॉर्ड था जिसे बाद में श्रीलंका ने तोड़ा। फिलहाल एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय में सबसे बड़े स्कोर का रिकॉर्ड इंग्लैंड (481) के नाम है। "438 मैच" के नाम से प्रसिद्ध उस मैच में कई यादगार घटनाएं हुई जिसे हर क्रिकेट प्रेमी याद रखेगा। इस मैच में रनों का अंबार, 2 लाजवाब शतक और अंत तक बना हुआ रोमांच इसे यादगार बनाते हैं।
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लेकिन इन सब घटनाओं के बीच एक रिकॉर्ड पर किसी ने ध्यान नहीं दिया जब इस मैच में एक समय 1 गेंद में 21 रन बने थे। ऑस्ट्रेलिया की पारी के 48वें ओवर में रॉजर टेलीमाकस ने नो बॉल की झड़ी लगा दी थी और पोंटिंग और साइमंड्स ने इसपर खूब रन बटोरे। टेलीमाकस ने लगातार 4 नो बॉल डाले और ऑस्ट्रेलिया इसमें 21 रन जोड़ चुकी थी। चौथे नो बॉल पर ही साइमंड्स ने छक्का लगाकर टीम को 400 के पार पहुँचाया था।
पहली गेंद के बाद इस ओवर का आंकड़ा - 4 नो बॉल, 1 नो बॉल, 4 नो बॉल, 6 नो बॉल
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