OCA in trouble after a floodlight failure: भारत और इंग्लैंड के बीच कटक में खेले गए दूसरे वनडे मैच के दौरान एक परेशान करने वाली चीज देखने को मिली। भारतीय टीम की बल्लेबाजी के दौरान मैदान की एक फ्लडलाइट बंद हो गई। यह लाइट बंद होने के बाद बीच-बीच में जल और बुझ रही थी। इसको लेकर लगभग 25 मिनट तक खेल प्रभावित हुआ। जब दोबारा लाइट सही हुई उसके बाद मैच शुरू हो पाया। इंटरनेशनल मैच में इस तरह की चूक बड़ी चर्चा का विषय बन चुकी है। उड़ीसा क्रिकेट एसोसिएशन (OCA) अब इसको लेकर मुश्किल में पड़ती दिखाई दे रही है क्योंकि राज्य सरकार ने उनसे इस प्रकरण को लेकर सफाई मांगी है।
काफी लंबे समय के बाद उड़ीसा में इंटरनेशनल क्रिकेट मैच खेला जा रहा था। इसको लेकर पहले से ही काफी तैयारी हो रही थी। मैच देखने के लिए सूबे के मुख्यमंत्री मोहन चारण मांझी के साथ ही खेल मंत्री सूर्यवंशी सूरज समेत तमाम मंत्री और नेता स्टेडियम में मौजूद थे। इन सबके सामने इस तरह फ्लडलाइट का बंद होना बीसीसीआई के साथ ही उड़ीसा की भी इज्जत को खराब करने वाला काम था।
खेल मंत्री ने कहा, फ्लडलाइट में हुई समस्या को लेकर उड़ीसा क्रिकेट एसोसिएशन से सफाई मांगी जाएगी। सभी तरह की सावधानियां बरतने और पहले से ही हर तरह की तैयारी करने के बावजूद ये हुआ।
फ्लडलाइट में आई खराबी के पीछे जनरेटर का बंद हो जाना बताया गया। OCA के सेक्रेटरी ने बताया कि जिस जनरेटर से फ्लडलाइट कनेक्ट थी उसके अचानक बंद हो जाने के कारण ऐसा हुआ। दूसरा जनरेटर पार्किंग से लाने और उसे कनेक्ट करने में समय लग गया। वह जनरेटर जिस बस में पार्क था उसके ड्राइवर को भी खोजने में थोड़ा समय लगा। इन सभी चीजों के चलते ही दोबारा फ्लडलाइट को चालू कराने में अधिक समय लग गया।
इस मैच को देखने के लिए कांग्रेस पार्टी के भी काफी लोग मैदान में मौजूद थे और उनकी विधायक सोफिया फिरदौस ने पूरे मामले की गहन जांच कराने की मांग की है।
उन्होंने कहा, "बाराबती स्टेडियम में आज जो हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण है। इसके लिए एक गहन जांच जरूर कराई जानी चाहिए।"