अपने टेस्ट डेब्यू पर शानदार प्रदर्शन के बावजूद ओली रॉबिन्सन (Ollie Robinson) को 10 जून से एजबेस्टन में न्यूजीलैंड (New Zealand) के खिलाफ दूसरे टेस्ट से पहले प्रतिबंध या भारी जुर्माना, या दोनों के संयोजन का सामना करना पड़ सकता है। यह तेज गेंदबाज तब मुश्किल में पड़ गया जब लोगों ने उसके आठ साल पुराने ट्वीट्स को खोद डाला, जिसमें नस्लवादी और सेक्सिस्ट कमेंट्स थे।
इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने अधिक विवरण प्राप्त करने और किसी निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए तेज गेंदबाज की जांच शुरू की है। कथित तौर पर लॉर्ड्स में चल रहे टेस्ट के पांचवें दिन यानी रविवार के बाद जांच शुरू होगी। इसके अलावा ईसीबी के मुख्य कार्यकारी टॉम हैरिसन ने यह कहते हुए जवाब दिया था कि आठ साल पुराने ट्वीट के खिलाफ बोर्ड की ओर से जीरो टॉलरेंस होगा।
न्यूज 18 के अनुसार अब तक ऐसा लगता है कि अगले टेस्ट में प्रतिबंध संभावित कदम है। यह भी ध्यान दिया गया है कि इंग्लैंड के चयनकर्ताओं ने पहले ही रिप्लेसमेंट की तलाश शुरू कर दी है। लंकाशायर के साकिब महमूद और डरहम के ब्रायडन कार्स को रॉबिन्सन की जगह लिया जा सकता है। 27 वर्षीय गेंदबाज पहले टेस्ट के दौरान बल्ले और गेंद दोनों से बेहद प्रभावशाली थे, जहां अधिकांश अंग्रेज खिलाड़ी पहली पारी में बैटिंग के दौरान फ्लॉप हो गए थे।
गौरतलब है कि पहले ही टेस्ट मैच की पहली पारी में गेंदबाजी करते हुए रॉबिन्सन ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 4 विकेट चटकाए। इसके अलावा उन्होंने बल्ले से भी उचित योगदान देते हुए 42 रनों की धाकड़ पारी खेली। दूसरी पारी में भी गेंदबाजी के दौरान उनका खेल काफी बेहतरीन रहा और 3 विकेट उन्होंने अपने नाम किये। पहले ही टेस्ट मैच में 7 विकेट लेकर रॉबिन्सन ने बेहतरीन काम किया किया। देखना होगा अनुशासनात्मक कार्रवाई में ईसीबी क्या फैसला लेगी।