ओली रॉबिन्सन (Ollie Robinson) के विवाद ने क्रिकेट बिरादरी में बड़े पैमाने पर बहस शुरू कर दी है। रॉबिन्सन ने न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच के दौरान खेल के शुद्धतम प्रारूप में इंग्लैंड (England) के लिए पदार्पण किया। 27 वर्षीय गेंदबाज ने गेंद से अपने प्रभावशाली प्रदर्शन से पूरी क्रिकेट बिरादरी का ध्यान आकर्षित किया। हालांकि उनके पुराने ट्वीट सोशल मीडिया पर सामने आने के बाद इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने अभी उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से बैन किया है। उनके अश्लील ट्वीट सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुए थे। माइकल वॉन ने रॉबिन्सन को भारत (India) के खिलाफ टेस्ट सीरीज में खिलाने की सलाह दी है।
पूर्व इंग्लिश कप्तान ने अपने ट्विटर हैंडल से लिखा कि मुझे लगता है कि ईसीबी ने ओली रॉबिन्सन की स्थिति से निष्पक्ष तरीके से निपटा है। कई असहमत होंगे लेकिन कुछ लोगों का कहना है कि उन्हें फिर कभी नहीं खेलना चाहिए। वह भारत के खिलाफ खेलेंगे और खेलना भी चाहिए।
ईसीबी ने ट्विटर पोस्ट्स को गंभीरता से लिया
अश्लील ट्विटर पोस्ट को गंभीरता से लेते हुए सजा के तौर पर ईसीबी ने रॉबिन्सन को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों से निलंबित कर दिया। 27 वर्षीय गेंदबाज को डेब्यू टेस्ट में शानदार प्रदर्शन के बावजूद ब्लैककैप के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में भाग लिए बिना घर जाने के लिए कहा। ईसीबी द्वारा की गई कार्रवाई पर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं भी देखने को मिली। हालांकि रॉबिन्सन के निलम्बन को लेकर इंग्लैंड के प्रधानमंत्री बॉरिस जॉनसन ने खिलाड़ी का बचाव किया था।
रॉबिन्सन ने इंग्लैंड के लिए डेब्यू करते हुए न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले ही टेस्ट मैच में 7 विकेट लेकर बेहतरीन खेल का प्रदर्शन किया। जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड जैसे दिग्गजों के होते हुए भी रॉबिन्सन ने अपने खेल से सभी का ध्यान आकर्षित किया। अपने आठ साल पुराने टवीट्स को लेकर रॉबिन्सन ने माफ़ी भी मांगी है।