पूर्व भारतीय कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) ने आज के ही दिन लगभग एक दशक पहले इंग्लैंड की धरती पर अपना पहला अंतरराष्ट्रीय शतक लगाया था। उन्होंने मेजबान टीम के खिलाफ 2011 में खेली गई वनडे सीरीज के आखिरी मैच में 107 रनों की पारी खेली थी। यह उनका इंग्लैंड में किसी भी प्रारूप में पहला शतक था।
वर्तमान में कोहली अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में रनों का अम्बार लगा चुके हैं लेकिन एक दशक पहले दिल्ली के इस युवा खिलाड़ी ने क्रिकेट जगत में अपनी उपस्थिति एक संघर्षपूर्ण शतक से दर्ज करा दी थी। सीरीज पहले ही गंवा चुकी भारतीय टीम अपने आखिरी मैच में कार्डिफ में इंग्लैंड के सामने थी। भारतीय टीम उस मैच में पहले बल्लेबाज के लिए उतरी थी। भारत ने 57 के स्कोर तक अजिंक्य रहाणे (26) और पार्थिव पटेल (19) के रूप में अपने दोनों सलामी बल्लेबाजों के विकेट गंवा दिए थे। तब नंबर चार पर कोहली बल्लेबाजी के लिए आए थे।
कोहली ने राहुल द्रविड़ के साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिए 170 रनों की साझेदारी की थी। द्रविड़ 69 रन बनाकर आउट हुए थे जबकि कोहली ने शतकीय पारी खेली थी। कोहली ने 93 गेंदों में नौ चौकों और एक छक्के की मदद से 107 रन बनाए थे। वह दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से हिट-विकेट आउट हुए थे। भारतीय टीम ने उस मैच में छह विकेट खोकर 304 रन बनाए थे।
बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड ने डकवर्थ लुइस नियम की बदौलत छह विकेट से मैच जीत लिया था। जब इंग्लैंड ने 32.2 ओवरों में चार विकेट के नुकसान पर 241 रन बना लिए थे तब बारिश आ गई थी और फिर मैच नहीं सका। बाद में इंग्लैंड को विजेता घोषित कर दिया गया था। मैच के साथ-साथ इंग्लैंड ने सीरीज भी 3-0 से जीत ली थी।
मैच में कोहली ने अपने वनडे करियर का पहला विकेट भी लिया था। उन्होंने सर एलिस्टेयर कुक (50) को बोल्ड करते हुए विकेट हासिल किया था।