ऑस्ट्रेलिया (Australia) के खिलाफ कराची टेस्ट मैच बचाने में पाकिस्तान (Pakistan) के कप्तान बाबर आज़म (Babar Azam) की पारी का बड़ा अहम योगदान रहा। बाबर आज़म ने लगभग दो दिन तक क्रीज पर टिककर बल्लेबाजी करते हुए टीम के लिए संघर्ष करने के अलावा शतक भी बनाया। हालांकि उनका दुर्भाग्य रहा कि वह दोहरा शतक जड़ने से पहले आउट हो गए। मैच ड्रॉ होने के बाद बाबर आजान ने योजना को लेकर खुलासा किया।
बाबर आज़म ने कहा कि हमारी योजना सत्र-दर-सत्र बल्लेबाजी करने और साझेदारी बनाने की थी। यह एक टीम प्रयास था, क्योंकि अन्य बल्लेबाजों (शफीक और रिजवान) ने भी उपयोगी योगदान दिया। हमने जिम्मेदारी ली और मुख्य फोकस पूरे दिन साझेदारी बनाने पर था। रिजवान उत्कृष्ट थे क्योंकि उन्होंने अंततः टेस्ट को बचा लिया। हम उसी तरह (चाय के ब्रेक के बाद) बल्लेबाजी करना जारी रखना चाहते थे, हमने सकारात्मक रहने और अपने शॉट्स खेलने की कोशिश की। टीम को इस पारी की जरूरत थी इसलिए मैंने ज्यादा से ज्यादा देर तक बल्लेबाजी करने की कोशिश की।
पाकिस्तानी टीम के लिए 506 रनों जैसे बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए बाबर आज़म ने बेहतरीन बल्लेबाजी की। उन्होंने अब्दुल्लाह शफीक और बाद में मोहम्मद रिजवान के साथ मिलकर बेहतरीन साझेदारी की। चौथे दिन शतक बनाने के बाद बाबर आज़म अंतिम दिन के आखिरी सेशन तक खेलते रहे। दोहरा शतक पूरा करने से महज 4 रन पहले वह 196 रन के निजी स्कोर पर आउट होकर चलते बने। हालांकि तब तक काफी कम ओवर बचे हुए थे और रिजवान क्रीज पर थे।
बाबर आज़म को उनकी धाकड़ पारी के लिए प्लेयर ऑफ़ द मैच चुना गया। इस पारी के बाद मैदान पर फैन्स ने उनका जोरदार अभिवादन भी किया। कमिंस ने भी आउट होकर जाते हुए पाकिस्तानी कप्तान को बधाई दी। तीन मैचों की सीरीज में दो मुकाबले अब तक ड्रॉ हो गए हैं।