पाकिस्तान (Pakistan) और ऑस्ट्रेलिया (Australia) के बीच खेले गए पहले टेस्ट मैच की पिच को लेकर हर तरफ चर्चा है। हालांकि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को नहीं लगता कि रावलपिंडी टेस्ट मैच की इस पिच को आईसीसी खराब या अयोग्य करार देगी। दोनों टीमों ने रनों का अम्बार लगाया और मुकाबला ड्रॉ समाप्त हो गया। हालांकि ऑस्ट्रेलियाई टीम के कप्तान पैट कमिंस और स्टीव स्मिथ पिच की क्वालिटी से प्रभावित नहीं थे।
ऐसी खबरें आई थी कि टेस्ट क्रिकेट के मानकों के अनुरूप नहीं होने की वजह से मैच रेफरी रंजन मदुगले इस पिच को रिपोर्ट करेंगे। पीसीबी के एक सूत्र के अनुसार ऐसा नहीं होता नज़र आ रहा। सूत्र ने कहा कि आईसीसी तब एक्शन लेती है जब कोई पिच खतरनाक हो या टेस्ट क्रिकेट के लिए अनफिट हो।
गौरतलब है कि इस पिच पर पहले खेलते हुए पाकिस्तान ने 4 विकेट पर 476 रन बनाकर पारी घोषित कर दी। जवाब में खेलते हुए ऑस्ट्रेलिया की टीम पहली पारी में 459 रन बनाकर आउट हुई। इसके बाद दूसरी पारी में खेलते हुए पाकिस्तान ने बिना किसी नुकसान के 252 रन बनाए। पाकिस्तान की तरफ से दोनों पारियों में कुल चार शतक लगे। इससे समझा जा सकता है कि पिच में गेंदबाजों के लिए कुछ नहीं था।
किसी पिच को टेस्ट मानकों के विपरीत पाए जाने पर उस मैदान को तीन डीमेरिट अंक मिलते हैं। दक्षिण अफ्रीका के वांडरर्स और ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न क्रिकेट क्लब की पिच को पिछले कुछ सालों में खराब पिच का दर्जा दिया गया था।
इंग्लैंड की टीम जब भारत दौरे पर अहमदाबाद टेस्ट में खेली थी उस समय भी पिच को लेकर सवाल खड़े हुए थे। इंग्लैंड के कई पूर्व क्रिकेटरों ने पिच को खराब करार देने का दबाव आईसीसी पर बनाया था। हालांकि आईसीसी की तरफ से ऐसा कोई कदम नहीं उठाया गया था।