पाकिस्तान टीम (Pakistan Team) के तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर (Mohammad Amir) ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने की घोषणा की है। मोहम्मद आमिर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को अपने फैसले से अवगत करा दिया है। मोहम्मद आमिर ने वर्तमान टीम मैनेजमेंट पर मानसिक रूप से प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को इस समय छोड़ने का फैसला लिया है। मोहम्मद आमिर इस समय महज 28 वर्ष के हैं।
पाकिस्तान के अख़बार डॉन के अनुसार मोहम्मद आमिर ने मानसिक प्रताड़ना का आरोप मैनेजमेंट पर लगाते हुए कहा कि उनके साथ खेल पाना मुश्किल है इसलिए मैंने अलग होने का निर्णय लिया है। आमिर ने यह भी कहा है कि न्यूजीलैंड दौरे की 35 सदस्यीय टीम में उनका नाम नहीं होने से मैंने अपने भविष्य के बारे में सोचना उचित समझा और यह भी देखा कि कैसे मुझे आगे बढ़ना है।
मोहम्मद आमिर का पूरा बयान
मोहम्मद आमिर का कहना है कि जिस तरह का माहौल बनाया गया है, उससे मुझे नहीं लगता है कि मैं इस मैनेजमेंट के अंतर्गत खेल पाऊंगा। मैं इस समय क्रिकेट छोड़ रहा हूँ। आमिर ने कहा कि उन्हें मेंटली टॉर्चर किया गया है। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता है कि मैं यह सहन कर पाउँगा।
आमिर ने यह भी कहा कि 2010 से 2015 के बीच मैं क्रिकेट से दूर था तब भी मैंने सहा और मुझे सजा भी मिली है लेकिन यह जारी है। मुझे कहा जाता है कि पीसीबी ने मुझ पर काफी इन्वेस्ट किया है। उन्होंने कहा कि मुझ पर जिन्होंने इन्वेस्ट किया इसका क्रेडिट मैं दो लोगों को देना चाहूँगा। पीसीबी के पूर्व चेयरमैन नजाम सेठी और शाहिद अफरीदी। इन दोनों ने उस समय मेरी मदद की थी। बाकी टीम ने कहा था कि वे मेरे साथ नहीं खेलेंगे, मैं इन दो लोगों का शुक्रिया अदा करना चाहूँगा।
मोहम्मद आमिर ने यह भी आरोप लगाया है कि टेस्ट क्रिकेट से हटने का उनका व्यक्तिगत निर्णय था लेकिन मुझे हर समय ताने मारे जाते हैं। मेरे निर्णय को अलग तरीके से बताते हुए कहा जाता रहा है कि मैं राष्ट्रीय टीम के लिए नहीं खेलना चाहता। कोई अपने देश के लिए क्यों नहीं खेलना चाहेगा?
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने भी इस मामले पर संज्ञान लेते हुए खिलाड़ियों सर रिपोर्ट ली है और आमिर के संन्यास के बारे में एक रिलीज जारी की है। रिलीज में आमिर के हवाले से कहा गया है कि उनका अंतरराष्ट्रीय खेलने का इरादा नहीं है और भविष्य में उनके ऊपर विचार न किया जाए।