पाकिस्तान को पिछले साल इंग्लैंड के खिलाफ अपने ही घर पर टेस्ट सीरीज में वाइटवॉश का सामना करना पड़ा था। उसके बाद टीम की काफी आलोचना हुई थी, साथी ही मैनेजमेंट में भी कई बदलाव हुए। उस समय के गेंदबाजी कोच शॉन टैट (Shaun Tait) भी अब टीम से अलग हो गए हैं। हालाँकि, टैट ने इंग्लैंड के खिलाफ पाकिस्तान के वाइटवॉश को कई लोगों की आँखें खोलने वाला बताया। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें अपने कार्यकाल के दौरान तेज गेंदबाजों के मदद वाली पिचें मिलती तो बेहतर रहता।
17 सालों में पाकिस्तान दौरे पर आई इंग्लैंड ने टेस्ट सीरीज के पहले मैच में ताबड़तोड़ खेल दिखाया था और और 74 रनों से जीत दर्ज की थी। इसके बाद दूसरे टेस्ट में 26 रनों से जीत दर्ज करते हुए 2-0 की अजेय बढ़त बना ली थी। सीरीज के अंतिम टेस्ट में भी इंग्लैंड ने कोई कसर नहीं छोड़ी और मैच जीतते हुए पाकिस्तान को उसी के घर पर क्लीन स्वीप कर दिया था। इस तरह पाकिस्तान का सीजन घर पर बिना एक भी टेस्ट जीते समाप्त हुआ था।
ईएसपीएन क्रिकइंफो से इंग्लैंड दौरे के बारे में बात करते हुए, टैट ने कहा कि इंग्लैंड का पाकिस्तान को हराना बहुत से लोगों के लिए आंखें खोलने वाला था। उन्होंने कहा,
यह निश्चित रूप से बहुत से लोगों के लिए आँखें खोलने वाला था। हम जानते थे कि इंग्लैंड किस तरह से रवैया अपनाएगा। हमने देखा है कि वे हाल के दिनों में कैसे खेल रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट रूप से इसे थोड़ा बढ़ा दिया। इसकी शुरुआत पहले टेस्ट से हुई थी। उन्हें बिना घास वाली विकेट मिल गई। इंग्लैंड ने उस विकेट पर टॉस जीता जहां वे निश्चित रूप से अपने शॉट खेल सकते थे। हमें कुछ चोटें आईं। पहला टेस्ट इंग्लैंड के लिए एकदम सही था। वहां से मोमेंटम जारी रहा।
घरेलू परिस्थितियों में तेज गेंदबाजों के लिए मददगार पिच पसंद करता - शॉन टैट
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज ने बताया कि उन्होंने गेंदबाजी कोच के तौर पर कभी पिचों को तैयार करने को लेकर क्यूरेटर्स से बात नहीं की लेकिन लेकिन घरेलू परिस्थितियों में तेज गेंदबाजों के अनुकूल पिचें देखना पसंद करते। टैट ने कहा,
मैं पिचों को अलग देखना चाहता हूं क्योंकि मैं एक गेंदबाजी कोच हूं, मैं एक तेज गेंदबाज हूं। मुझे नहीं लगता कि यह महसूस करने के लिए राकेट साइंटिस्ट होने की आवश्यकता है कि अगर चीजें अलग होती तो यह अच्छा होता।