पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के खिलाफ द्विपक्षीय सीरीज (PAK vs AFG) से नाम वापस नहीं लेने का निर्णय लिया है। उन्होंने सीरीज खेलने की पुष्टि की है। पीसीबी (PCB) के अध्यक्ष नजम सेठी ने कहा कि क्रिकेट और राजनीती अलग रखी जानी चाहिए। हालांकि मार्च में होने वाली सीरीज में अब वनडे नहीं बल्कि तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले जाएंगे और यह विदेशी सरजमीं पर खेली जाएगी जिसमें रिवेन्यू को लेकर अफगानिस्तान और पाकिस्तान बोर्ड 50-50 प्रतिशत की साझेदारी करेंगे।
इसी महीने की शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया ने अफगानिस्तान के खिलाफ मार्च में निर्धारित सीरीज से अपना नाम वापस ले लिया था। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने अपने फैसले के पीछे अफगानिस्तान में लड़कियों की शिक्षा और अन्य कई तरह के प्रतिबंधों का हवाला दिया था।
जब इस मुद्दे पर जब पीसीबी की राय पूछी गई तो सेठी ने कहा,
यह हमारा काम नहीं है और हम अन्य देशों के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करना पसंद नहीं करते हैं। मेरा निजी रुख है कि राजनीति और क्रिकेट को आपस में नहीं मिलाना चाहिए, इसलिए इस सिद्धांत का पालन करते हुए सीरीज पाकिस्तान सरकार से लंबित स्वीकृति के अधीन है और मुझे लगता है कि मंजूरी दी जाएगी।
वर्ल्ड कप सुपर लीग के अंकों के महत्व न होने की वजह से सीरीज को टी20 में बदला गया
पाकिस्तान और अफगानिस्तान दोनों ने ही इस साल भारत में होने वाले वनडे वर्ल्ड कप के लिए डायरेक्ट क्वालीफाई कर लिया है। ऐसे में वर्ल्ड कप सुपर लीग के तहत मिलने वाले अंकों से दोनों को ही कुछ खास फायदा नहीं होगा। इसी वजह से पाकिस्तान बोर्ड ने सीरीज में वनडे मैचों के बजाय टी20 मैचों के आयोजन की बात कही, जिसे अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने स्वीकार कर लिया। दोनों ही टीमों के बीच सीरीज के अंतर्गत तीन वनडे मैच होंगे और इनका आयोजन शारजाह में होगा।