Pakistani Women Cricketer Bismah Maroof: ब्यूटी विद ब्रेन वाली कहावत पाकिस्तानी महिला क्रिकेटर बिस्माह मारूफ के लिए एकदम फिट बैठती है। उन्होंने मात्र 15 साल की उम्र में ही पाकिस्तान महिला क्रिकेट टीम के लिए डेब्यू किया था। अपने शानदार प्रदर्शन की वजह से बिस्माह ने जल्द ही पाकिस्तान महिला टीम में अपनी जगह बना ली थी। बिस्माह अपने शानदार प्रदर्शन की वजह से क्रिकेट के मैदान पर छाई रहती थीं। वहीं उनकी खूबसूरती के चर्चे कम नहीं हैं। बिस्माह के फैंस उनकी खूबसूरती पर फिदा हैं।बेटी के जन्म के 6 महीने बाद खेला था विश्वकपबिस्माह न्यूजीलैंड में महिला वनडे वर्ल्ड कप में वह अपनी 6 महीने की बेटी के साथ विश्व कप खेली थीं। उस वक्त वह अपनी दुधमुंही बेटी की वजह से सुर्खियों में आई थीं। बिस्माह बचपन में डॉक्टर बनना चाहती थीं। लेकिन बाद में उन्होंने क्रिकेट की तरफ ध्यान देना शुरू किया। उस वक्त उनको खुद भी नहीं पता होगा कि वह क्रिकेट का इतना बड़ा नाम बना जाएंगी। बिस्माह को पाकिस्तान में काफी पसंद किया जाता है। View this post on Instagram Instagram Postजिस तरह भारतीय खिलाड़ियों की बड़ी फैन फॉलोइंग है।ठीक वैसे ही पाकिस्तान में बिस्माह की फैन फॉलोइंग जबरदस्त है। बिस्माह खुद की फिटनेस पर काफी ध्यान देती हैं। इसी के साथ वह पाकिस्तानी खिलाड़ियों को भी फिट होने की सलाह देती रहती हैं। 32 साल की होने की बावजूद फिटनेस के मामले में बिस्माह टीम की युवा खिलाड़ियों को टक्कर देती हैं। बिस्माह मारूफ की फिटनेस का अंदाजा आप इस बात से ही लगा सकते हैं कि वो मां बनने के 45 दिन बाद ही लाहौर के हाई परफॉर्मेंस सेंटर में फिटनेस ट्रेनिंग के लिए पहुंच गईं थीं।क्रिकेट टूर पर बेटी को साथ ले जाती थीं...बिस्माह के घर में शुरू से ही क्रिकेट का माहौल था। बिस्माह बचपन से ही घर के लड़कों के साथ क्रिकेट खेला करती थीं। क्रिकेट से ज्यादा बिस्माह को पढ़ाई पसंद थी, जिसके चलते उनका डॉक्टर बनने का सपना था। लेकिन बिस्माह के पिता और चाचा शुरू से ही चाहते थे। पिता के सपने और खेल से लगाव के कारण बिस्माह ने डॉक्टर का सपना छोड़कर क्रिकेट की तरफ ध्यान दिया। बिस्माह ने अपने जीवन में कभी पलटकर नहीं देखा और सफलता की सीढ़ी चढ़ती गईं। बिस्माह और अबरार एक बच्ची के पैरेंट्स हैं। हालांकि अब उन्होंने क्रिकेट से संन्यास ले लिया है, लेकिन जब क्रिकेट खेलती थी तो वो क्रिकेट टूर पर भी बेटी को साथ ले जाती थी।