श्रीलंका (Sri Lanka) के पल्लेकेले अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में श्रीलंका और बांग्लादेश (Bangladesh) के बीच पहला टेस्ट मैच खेला गया जो वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप का हिस्सा था। इस पिच पर बल्लेबाजों को काफी मदद मिली काफी रन भी बने। दोनों टीमों की तरफ से यहाँ कुल 1289 रन बने। आईसीसी ने इस पिच को निम्न दर्जे (Below Average) की पिच करार दिया है।
गेंदबाजों के लिए पिच में कोई मदद नहीं थी और मैच आगे बढ़ने के साथ इसमें कोई बदलाव भी नहीं आया था। पिच पूरे मैच के दौरान सपाट रही इसलिए पल्लेकेले स्टेडियम को आईसीसी ने एक डीमेरिट पॉइंट दिया है। रंजन मदुगले आईसीसी एलिट मैच रेफरी पैनल का हिस्सा थे और उन्होंने पिच को औसत से भी निचले दर्जे की माना।
रंजन मदुगले का बयान
मैच रेफरी रंजन मदुगले ने कहा कि पिच का बर्ताव पांच दिन के खेल में मुश्किल से बदला होगा। मैच आगे बढ़ने के साथ बैट और बॉल में कोई संतुलन नहीं था। पूरे मैच में पिच बल्लेबाजों के लिए मददगार थी और कुल 1289 रन इस पर बने। इस दौरान 17 विकेट गिरे। आईसीसी की गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए मैं इस पिच को निम्न औसत करार देता हूँ।
आईसीसी के पिच और आउटफील्ड मोनिटरिंग प्रोसेस के तहत पल्लेकेले स्टेडियम को एक डीमेरिट पॉइंट दिया गया है। अगर पिच में कोई बदलाव नहीं होता है और लगातार निम्न औसत की रेटिंग इसे पांच बार मिलती है, तो मैदान को 12 महीने के लिए बैन किया जा सकता है।
पहले बल्लेबाजी करते हुए बांग्लादेश ने सात विकेट पर 541 रन का विशाल स्कोर बनाया, जबकि श्रीलंका की टीम ने पहली पारी में दो कदम आगे जाते हुए 8 विकेट पर 648 रन बनाए। तीसरी पारी में मेहमानों ने दो विकेट पर 100 रन बनाए। इस तरह यह टेस्ट मैच ड्रॉ के रूप में समाप्त हुआ।