रमीज राजा (Ramiz Raja) को पिछले सप्ताह देश की सरकार ने पीसीबी (PCB) चेयरमैन पद से हटाया और नजम सेठी (Najam Sethi) की अध्यक्षता में 14 सदस्यीय समिति नियुक्त की, जो अगले चार महीने तक खेल के मामलों पर ध्यान देगी।
रमीज राजा पद से हटाए जाने से खफा थे, लिहाजा उन्होंने बोर्ड और नए चेयरमैन को खरी-खरी सुनाना शुरू कर दी। बर्खास्त होने के बाद रमीज राजा ने आरोप लगाया कि सरकार ने संविधान बदला तो बोर्ड अधिकारियों ने उन्हें अपना सामान भी वापस लेने की अनुमति नहीं दी।
रमीज राजा के इस रवैये से पीसीबी भी काफी नाराज है। बोर्ड ने बुधवार को रमीज राजा के खिलाफ कानूनी एक्शन लेने की धमकी दी है। ध्यान दिला दें कि रमीज राजा ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा था, 'नजम सेठी रात दो बजे ट्वीट करते हैं कि रमीज राजा बाहर हो गए हैं। क्या पूर्व कप्तान की यह इज्जत है? मुझे ऑफिस जाकर अपना सामान लेने की अनुमति तक नहीं मिली।'
उन्होंने आगे कहा, 'मुझे हटाने की घोषणा की अगली सुबह करीब 17 लोग पीसीबी दफ्तर में घूम रहे थे, जैसे कि उन्होंने इसका मालिकाना हक हासिल किया हो। मुझे ऐसा लगा कि मैंने कोई अपराध किया या फिर मैं ऑफिस से कुछ सबूत चुरा ले जाऊंगा। क्या तमाशा है ये? ये लोग बस अपना मजा लेने आए थे और पब्लिसिटी मिल गई। इन्हें क्रिकेट की कोई जानकारी नहीं है।'
रमीज राजा ने कहा कि नई समिति के आने से कोई उम्मीद नहीं करे कि पाकिस्तान क्रिकेट में कुछ अच्छा होने वाला है। उन्होंने कहा, 'मेरे साथ साजिश हुई क्योंकि मेरी नियुक्ति विरोधी पार्टी ने की थी, भले ही मेरा कोई राजनीतिक लिंक नहीं हो। मेरी नियुक्ति अपने क्रिकेट और प्रशासनिक विश्वसनीयता पर हुई थी।'
राजा ने कहा, 'इन लोगों को क्रिकेट के बारे में कुछ नहीं पता है। वो बस चर्चा के लिए आते हैं। मैं थोड़ा निराश हूं क्योंकि मुझे अपने तीन साल का कार्यकाल पूरा करने की अनुमति नहीं मिली और पाकिस्तान क्रिकेट को बेहतर बनाने की मेरी सभी योजनाएं टूट गई और वो भी केवल एक व्यक्ति को बढ़ाने के कारण।'