पाकिस्तान क्रिकेट टीम (Pakistan Cricket Team) के हेड कोच मिस्बाह उल हक (Misbah-ul-Haq) को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया सामने आ रही है। खबरों के मुताबिक कोच के तौर पर मिस्बाह के परफॉर्मेंस का रिव्यू अगले साल टी20 वर्ल्ड कप के बाद ही किया जाएगा। उनके पास खुद को साबित करने का अभी एक साल का मौका है।
पीटीआई से बातचीत में इससे जुड़े एक सूत्र ने बताया कि बोर्ड ने एक पॉलिसी डिसीजन लिया है। इसके मुताबिक मिस्बाह उल हक के परफॉर्मेंस का रिव्यू 2021 में इंडिया में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप के बाद ही होगा। इसके बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा कि मिस्बाह को कोच के तौर पर रिटेन करना है या फिर किसी नए कोच की नियुक्ति करनी है।
उन्होंने कहा कि मिस्बाह के चीफ सेलेक्टर पद छोड़ने के बाद अब पीसीबी ये देखना चाहता है कि वो हेड कोच के तौर पर अपनी जिम्मेदारी कैसे उठाते हैं।
उन्होंने कहा " मिस्बाह उल हक चीफ सेलेक्टर और हेड कोच का पद एक साथ नहीं संभाल पा रहे थे। अब वो चयनकर्ता नहीं हैं ऐसे में उनके पास केवल हेड कोच की ही जिम्मेदारी है। ऐसे में शायद वो अच्छा प्रदर्शन कर पाएं।"
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बाबर आजम को भी लंबे समय तक मिलेगा कप्तानी का मौका
इसी तरह बाबर आजम जिन्हें इसी हफ्ते टेस्ट टीम का कप्तान बनाया गया है। उन्हें भी बोर्ड समय देना चाहता है ताकि वो भी अपने आपको साबित कर सकें। सूत्र के मुताबिक टी20 वर्ल्ड कप से पहले अगर पाकिस्तान सभी फॉर्मेट में लगातार बुरी तरह नहीं हारा तो फिर कोच और कप्तानी में कोई बदलाव नहीं होगा। उन्होंने कहा कि प्राइम मिनिस्टर इमरान खान भी अजहर अली की जगह बाबर आजम को कप्तान बनाए जाने से खुश हैं।
सूत्र ने आगे कहा कि अगर बाबर आजम लगातार बुरी तरह से नहीं हारे तो फिर उन्हें कप्तानी का लंबा कार्यकाल मिलेगा और वो भारत में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप में भी पाकिस्तानी टीम की कप्तानी करेंगे।
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