पाकिस्तान टीम के पूर्व तेज गेंदबाज मोहम्मद आसिफ ने दावा किया है कि वो पहले खिलाड़ी नहीं है जोकि स्पॉट फिक्सिंग में शामिल हुए हैं और उन्होंने साफ किया कि उन्हें भी दूसरा मौका मिलना चाहिए था। मोहम्मद आसिफ पर 2010 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट में स्पॉट फिक्सिंग करने के कारण दो साथी खिलाड़ियों के साथ बैन किया गया था।
2010 में पाकिस्तान के इंग्लैंड दौरे पर मोहम्मद आसिफ ने जानबूझकर नॉबॉल डाली। इसके बाद उनके ऊपर बैन तो लगा ही, साथ ही में कुछ समय उन्होंने जेल में भी बिताया। आसिफ के साथ स्पॉट फिक्सिंग के कारण ही सलमान बट्ट और मोहम्मद आमिर के ऊपर बैन लगा था, साथ ही में उन्हें जेल हुई थी।
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मोहम्मद आसिफ ने ईएसपीएन क्रिकइंफो के साथ बातचीत करते हुए कहा,
"हर खिलाड़ी गलती करते हैं और मुझसे भी हुई थी। मुझसे पहले और मेरे बाद भी खिलाड़ियों ने फिक्सिंग की है। हालांकि मुझसे पहले जो इसमें शामिल थे, वो पीसीबी के साथ काम कर रहे हैं और कुछ तो अभी भी खेल रहे हैं। हर किसी को दूसरा मौका मिला और कुछ के साथ मेरे जैसा बर्ताव नहीं किया गया। पीसीबी ने मुझे सपोर्ट नहीं किया और न ही मुझे बचाने की कोशिश की।"
पाकिस्तान के लिए 72 अंतर्राष्ट्रीय मुकाबले खेलने वाले मोहम्मद आसिफ का विवादों से पुराना नाता रहा है। इससे पहले 2006 में आसिफ डॉप टेस्ट में फेल हो गए थे, जिसके बाद उनके ऊपर एक साल का बैन भी लगा था।
हालांकि आसिफ एक शानदार गेंदबाज रहे हैं और उन्होंने विश्व के बड़े से बड़े बल्लेबाजों को तंग किया है। मौजूदा हालात को देखते हुए यह काफी मुश्किल ही लग रहा है कि वो दोबारा पाकिस्तान के लिए खेल पाएंगे।