इंग्लैंड क्रिकेट यूनियन ने कहा है कि पाकिस्तान टूर कैंसिल होने के पीछे खिलाड़ियों का कोई हाथ नहीं था। इंग्लैंड क्रिकेट यूनियन का कहना है कि ईसीबी ने इस बारे में उनसे सलाह ही नहीं ली थी और इसमें खिलाड़ियों का कोई रोल नहीं है।
टीम इंग्लैंड प्लेयर्स पार्टनरशिप यानी टीईपीपी ने एक ऑफिशियल स्टेटमेंट जारी कर इस बारे में प्रतिक्रिया दी। टीईपीपी के एक ऑफिशियल ने डेली मेल से बातचीत में कहा "कभी भी ईसीबी ने इंग्लैंड प्लेयर पार्टनरशिप या फिर मेंस और वुमेंस टीम से ये नहीं पूछा कि क्या पाकिस्तान टूर होना चाहिए या फिर खिलाड़ी इस दौरे के लिए तैयार हैं। वहीं कभी भी टीईपीपी ने ईसीबी को नहीं कहा कि खिलाड़ी पाकिस्तान का दौरा नहीं करेंगे।"
हाल ही में इंग्लैंड ने अपना पाकिस्तान दौरा कैंसिल कर दिया। मेंस और वुमेंस दोनों ही टीमों का दौरा रद्द कर दिया गया। इंग्लैंड के इस फैसले के बाद पाकिस्तान में काफी गुस्सा है।
दौरा रद्द होने के बाद हमें इसकी जानकारी दी गई - टीईपीपी
टीम इंग्लैंड प्लेयर पार्टनरशिप ने बताया कि ईसीबी ने उन्हें रविवार दोपहर को बताया कि दौरा कैंसिल हो गया है। इसी वजह से खिलाड़ियों का इसमें कोई रोल नहीं था।
उन्होंने आगे कहा "ईसीबी बोर्ड की मीटिंग रविवार को हुई थी और उसी दोपहर हमें बताया गया कि दौरा कैंसिल हो गया है। टीम इंग्लैंड प्लेयर पार्टनरशिप से कोई भी राय इसको लेकर नहीं मांगी गई थी और दौरा रद्द होने में हमारा कोई हाथ नहीं है।"
इंग्लैंड से पहले न्यूजीलैंड की टीम पाकिस्तान जाने के बाद बगैर एक भी मैच खेले वापस लौट आई। सिक्योरिटी खतरे का हवाला देते हुए उन्होंने मैच खेलने से इंकार कर दिया। न्यूजीलैंड के इस फैसले के बाद इंग्लैंड ने भी अपनी टीम को वहां भेजने से इंकार कर दिया।
2009 में लाहौर में श्रीलंकाई टीम पर हमला हुआ था और उसके बाद से ही पाकिस्तान में इंटरनेशनल क्रिकेट बंद हो गया था। हालिया सालों में जिम्बाब्वे, श्रीलंका और साउथ अफ्रीका जैसी टीमों ने वहां का दौरा किया था लेकिन कई बड़े देशों की टीम पाकिस्तान जाने से कतराती रहीं।